किडनी कब हो जाती है पूरी तरह खराब

किडनी, जिसे गुर्दा भी कहा जाता है, हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंगों में से एक है। ये जोड़ीदार अंग शरीर में रक्त को छानने का काम करती हैं

किडनी हमारे शरीर में पानी, खनिज और रसायनों के संतुलन को बनाए रखने में मदद करती है।

किडनी रक्तचाप नियंत्रित करती है, लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ावा देती है, और हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए हार्मोन बनाती है। स्वस्थ जीवन के लिए किडनी का सही ढंग से काम करना जरूरी है।

अगर किडनी खराब हो जाए तो शरीर में कई गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

आइए जानते है किडनी कब पूरी तरह से हो जाती है ख़राब 

ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस एक ऐसी बीमारी है जब किडनी के फिल्टर (ग्लोमेरुली) में सूजन और निशान पड़ जाते हैं

इसके कारण किडनी धीरे-धीरे रक्त से अपशिष्ट और अतिरिक्त तरल पदार्थ को निकालने और मूत्र बनाने की अपनी क्षमता खो देती है।

कारण

विष या दवाइयां वायरल संक्रमण (एचआईवी, हेपेटाइटिस बी, सी) आईजीए नेफ्रोपैथी (बर्जर रोग) ल्यूपस से संबंधित गुर्दे की सूजन

ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस को रोकने के लिए संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, और रक्तचाप व शुगर नियंत्रित रखें। साथ ही, संक्रमण से बचाव, दवाओं का सही इस्तेमाल और नियमित जांच भी जरूरी है।