नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के साथ शुक्रवार को दिल्ली में ‘सदैव अटल’ में आयोजित प्रार्थना सभा में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, जेपी नड्डा, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला के साथ कैबिनेट के अन्य सदस्य भी पूर्व प्रधानमंत्री के स्मारक ‘सदैव अटल’ में आयोजित प्रार्थना सभा में शामिल हुए।
वाजपेयी की दत्तक पुत्री नमिता कौल भट्टाचार्य भी उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करने ‘सदैव अटल’ पहुंचीं।केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए ‘सदैव अटल’ स्मारक पर मौजूद थे।भाजपा के आधिकारिक हैंडल पर एक्स पर पोस्ट किया गया, “पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न, हमारे प्रेरणास्रोत, आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि।”
केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी को श्रद्धांजलि दी और कहा कि प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने देश को सामरिक और आर्थिक रूप से मजबूत किया। शाह ने एक्स पर लिखा, “जब भी देश में राजनीतिक शुचिता, राष्ट्रहित के प्रति निष्ठा और सिद्धांतों के प्रति अडिगता की बात होगी, अटल जी को याद किया जाएगा। एक ओर जहां उन्होंने भाजपा की स्थापना के जरिए राष्ट्रहित की विचारधारा को लोकप्रिय बनाया, वहीं प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने देश को सामरिक और आर्थिक रूप से मजबूत किया। भारत रत्न आदरणीय अटल जी की पुण्यतिथि पर मैं उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।”
1924 में ग्वालियर में जन्मे वाजपेयी दशकों तक भाजपा का चेहरा रहे और वह पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया। वाजपेयी 16 मई 1996 से 1 जून 1996 तक और फिर 19 मार्च 1998 से 22 मई 2004 तक भारत के प्रधान मंत्री के रूप में कार्यरत रहे। उन्होंने 1977 से 1979 तक प्रधान मंत्री मोरारजी देसाई के मंत्रिमंडल में भारत के विदेश मंत्री के रूप में भी कार्य किया। 16 अगस्त 2018 को दिल्ली के एम्स अस्पताल में उनका निधन हो गया।