FIITJEE Coaching Centre News: पटना में FIITJEE सेंटर ने छात्रों को दिया बड़ा झटका, क्या होगा 800 बच्चों का

FIITJEE Coaching Centre News: पटना में FIITJEE सेंटर ने छात्रों को दिया बड़ा झटका, क्या होगा 800 बच्चों का
FIITJEE Coaching Centre News: पटना में FIITJEE सेंटर ने छात्रों को दिया बड़ा झटका, क्या होगा 800 बच्चों का

पटना, 18 जनवरी: पटना में स्थित FIITJEE सेंटर ने छात्रों और उनके अभिभावकों को तगड़ा झटका दिया है, जब यह खबर सामने आई कि यह संस्थान रातोंरात अपने सभी ऑपरेशंस बंद कर भाग गया है। इस घटनाक्रम ने सैकड़ों छात्रों को परेशान कर दिया है, जिन्होंने FIITJEE में अपनी पढ़ाई के लिए लाखों रुपये की फीस दी थी। अब ये छात्र और उनके अभिभावक इस वित्तीय संकट से उबरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

सूत्रों के मुताबिक, FIITJEE के अचानक बंद हो जाने से छात्रों का भविष्य भी अनिश्चित हो गया है। लाखों रुपये फीस के रूप में पहले ही जमा हो चुके थे, लेकिन अब संस्थान के बंद हो जाने से उन पैसों का क्या होगा, इस सवाल ने सभी को परेशान कर दिया है। इस मुद्दे को लेकर अभिभावकों ने सरकार से जल्द कार्रवाई की मांग की है, साथ ही अधिकारियों से EOU (Economic Offences Wing) में FIR दर्ज करने की अपील की है।

अभी हाल ही में यह खबर भी आई है कि FIITJEE के अधिकांश शिक्षक अब पटना के बोरिंग रोड स्थित श्री चैतन्य एकेडमी में शिफ्ट हो गए हैं और वहां छात्रों को बुलाकर कुछ फ्री में पढ़ाने की बात कर रहे हैं। हालांकि, इसके बाद फीस भी मांगी जाएगी। इस मामले में कुछ सावधानी बरतने की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अभिभावकों को इस समय और भी सतर्क रहने की आवश्यकता है, खासकर अगर वे इन शिक्षकों से अपनी बच्चों की पढ़ाई करवाने का सोच रहे हैं।

इस संदर्भ में कुछ महत्वपूर्ण सलाह दी जा रही है कि अभिभावक फीस हर महीने की आधार पर दें, क्योंकि एक बार में अधिक फीस देने से वित्तीय जोखिम बढ़ सकता है। जैसा कि FIITJEE के मामले में हुआ, जहां छात्रों ने 40,000 रुपये से लेकर 4 लाख रुपये तक की फीस जमा की थी, जो अब डूबने के कगार पर हैं। अगर फीस महीने दर महीने ली जाए, तो कम से कम एक महीने का ही नुकसान होगा, न कि एक साथ पूरी फीस का।

यह घटनाक्रम एक और बड़ा सवाल खड़ा करता है कि शिक्षा क्षेत्र में ऐसे फ्रॉड को रोकने के लिए सरकार को और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है। FIITJEE जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं के इस तरह के धोखाधड़ी से छात्रों का भविष्य प्रभावित होता है और यह बहुत चिंताजनक है।

अंततः, यह समय है कि अभिभावक और छात्र दोनों सतर्क रहें और किसी भी ऐसी परिस्थिति से बचने के लिए उचित कदम उठाएं, जिसमें उनका पैसा और समय दोनों नष्ट हो जाएं।

Digikhabar Editorial Team
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