डलास/नई दिल्ली: अमेरिका के डलास शहर से एक दर्दनाक और रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना सामने आई है। भारतीय नागरिक चंद्रा नागमल्लैया की निर्मम हत्या कर दी गई, और वह भी उनके परिवार के सामने। इस दिल दहला देने वाली घटना में आरोप है कि हमलावर ने चंद्रा का सिर काटकर डस्टबिन में फेंक दिया, और वारदात को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गया।
परिवार के सामने हुई वीभत्स वारदात
यह भयावह हमला चंद्रा के घर में ही हुआ, जहां उनकी पत्नी और बेटा भी मौजूद थे। उन्होंने अपनी आंखों के सामने चंद्रा की हत्या होते देखी, जिससे पूरा परिवार गहरे सदमे में है।
सूत्रों के अनुसार,
“विवाद की शुरुआत घरेलू बातों से हुई थी, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि मामला इतना भयानक मोड़ ले लेगा।”
भारतीय समुदाय में भय और आक्रोश
इस अमानवीय घटना ने स्थानीय भारतीय समुदाय को झकझोर कर रख दिया है। समुदाय के लोग भयभीत हैं और उन्होंने इस कृत्य की कड़ी निंदा करते हुए मांग की है कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा दी जाए।
पुलिस कर रही है जांच
डलास पुलिस ने मामले को बेहद गंभीरता से लिया है और आरोपी की तलाश के लिए विशेष टीम गठित की गई है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हमलावर कौन था और उसका चंद्रा से क्या संबंध था।
पुलिस का कहना है कि:
“हम मामले की हर एंगल से जांच कर रहे हैं। पीड़ित परिवार को सुरक्षा दी जा रही है और आरोपी को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।”
प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा पर सवाल
इस दिल दहला देने वाली घटना ने एक बार फिर प्रवासी भारतीयों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
- क्या विदेशों में बसे भारतीय वास्तव में सुरक्षित हैं?
- क्या स्थानीय प्रशासन प्रवासी समुदाय की चिंताओं को गंभीरता से ले रहा है?
यह हादसा बताता है कि न सिर्फ भौतिक सुरक्षा, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक तनाव जैसे पहलुओं पर भी ध्यान देना बेहद जरूरी है।
चंद्रा नागमल्लैया की हत्या ने एक परिवार को तोड़ कर रख दिया है और पूरी प्रवासी भारतीय बिरादरी को दुख और भय की स्थिति में ला दिया है। अब सभी की नजरें अमेरिकी कानून व्यवस्था पर टिकी हैं कि वह इस नृशंस हत्या में कितनी तेजी से न्याय सुनिश्चित करती है।