लंदन: ओवल में खेले गए पांचवें और निर्णायक टेस्ट मैच के आखिरी दिन भारत ने इंग्लैंड को रोमांच की चरम सीमा पर पहुंचते मुकाबले में 6 रन से हराकर सीरीज को 2-2 से बराबर कर लिया। यह जीत भारत के लिए ऐतिहासिक मानी जा रही है, जिसे मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा की घातक गेंदबाजी ने संभव बनाया।
मैच के आखिरी दिन इंग्लैंड को जीत के लिए मात्र 34 रन और भारत को 4 विकेट की जरूरत थी। इंग्लैंड की शुरुआत संभली हुई थी, लेकिन सिराज ने जेमी स्मिथ को आउट कर भारत की वापसी की राह खोली। इसके बाद उन्होंने जेमी ओवरटन और अंत में गस ऐटकिंसन को क्लीन बोल्ड कर मैच को भारत की झोली में डाल दिया।
प्रसिद्ध कृष्णा ने भी महत्वपूर्ण समय पर जोश टंग का स्टंप उखाड़कर इंग्लैंड की उम्मीदों को गहरा झटका दिया। अंतिम क्षणों में गस ऐटकिंसन ने संघर्ष करते हुए एक छक्का भी लगाया और सिंगल-दो सिंगल लेकर इंग्लैंड को लक्ष्य के करीब लाया, लेकिन सिराज ने आखिरी झटका देकर भारत को यादगार जीत दिला दी।
भारतीय टीम का प्रदर्शन
भारत की ओर से शुभमन गिल ने कप्तानी संभाली और गेंदबाजी में सिराज (4 विकेट) और प्रसिद्ध कृष्णा (2 विकेट) ने शानदार प्रदर्शन किया। वाशिंगटन सुंदर और जडेजा ने भी उपयोगी गेंदबाजी की। ध्रुव जुरेल ने विकेटकीपिंग में कई अहम योगदान दिए और फील्डिंग में भी टीम ने शानदार अनुशासन दिखाया।
इंग्लैंड की कोशिशें अधूरी
इंग्लैंड के लिए कप्तान ओली पोप ने एक छोर संभालने की कोशिश की, जबकि ऐटकिंसन और वोक्स ने अंतिम पलों में संघर्ष किया। लेकिन भारत की दबाव में की गई सटीक गेंदबाजी के सामने इंग्लिश बल्लेबाज टिक नहीं सके।
मौसम ने भी बढ़ाया रोमांच
पांचवें दिन बारिश की आशंका बनी रही और हल्की बूंदाबांदी ने दर्शकों और खिलाड़ियों की धड़कनें बढ़ा दी थीं। लेकिन जब खेल जारी रहा, तो हर ओवर में एक नई कहानी लिखी गई।
मैच का मोमेंट
मैच का टर्निंग पॉइंट सिराज की वह गेंद रही, जिसने ऐटकिंसन के स्टंप उड़ा दिए। उस पल भारतीय खिलाड़ियों की खुशी और दर्शकों का उत्साह देखना बनता था। सिराज का यह स्पेल लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
सीरीज परिणाम
इस जीत के साथ भारत ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 2-2 से बराबर कर ली। यह टेस्ट भारत के लिए केवल एक जीत नहीं, बल्कि साहस, अनुशासन और जज्बे की मिसाल बन गई। क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह मुकाबला आने वाले वर्षों तक रोमांच और गर्व का विषय रहेगा।