नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर अपने आधिकारिक आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर सिंदूर (बिक्सा ओरेलाना) का पौधा लगाया। यह पौधा उन्हें हाल ही में गुजरात दौरे के दौरान 1971 के भारत-पाक युद्ध में भाग लेने वाली कच्छ की वीरांगना माताओं और बहनों ने उपहार स्वरूप भेंट किया था।
पीएम मोदी ने इस खास क्षण को X (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा,
“1971 के युद्ध में साहस और पराक्रम की अद्भुत मिसाल पेश करने वाली कच्छ की वीरांगना माताओं-बहनों ने हाल ही में गुजरात के दौरे पर मुझे सिंदूर का पौधा भेंट किया था। विश्व पर्यावरण दिवस पर आज मुझे उस पौधे को नई दिल्ली के प्रधानमंत्री आवास में लगाने का सौभाग्य मिला है। यह पौधा हमारे देश की नारीशक्ति के शौर्य और प्रेरणा का सशक्त प्रतीक बना रहेगा।”
इस पोस्ट को अब तक 9 लाख से अधिक बार देखा जा चुका है, और सोशल मीडिया पर इसकी व्यापक चर्चा हो रही है। कई यूज़र्स ने इस पौधारोपण को हाल ही में संपन्न ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से भी जोड़ा, जिसके तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर में आतंकी ठिकानों पर सटीक कार्रवाई की थी। यह ऑपरेशन पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की जान गई थी।
सिंदूर पौधे का महत्व
सिंदूर का पौधा, जिसे बिक्सा ओरेलाना या अन्नाटो भी कहा जाता है, भारत में धार्मिक, सांस्कृतिक और औषधीय रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके बीजों से प्राप्त होने वाला लाल-नारंगी रंग हिंदू विवाहित महिलाएं अपने मांग में सिंदूर के रूप में लगाती हैं, जो विवाह और शुभता का प्रतीक है।
- आयुर्वेद में इसे सूजन कम करने वाला, एंटीऑक्सीडेंट और पाचन सुधारक माना गया है। इसके बीजों से बने रंग का उपयोग प्राकृतिक खाद्य और कॉस्मेटिक रंग के रूप में भी किया जाता है।
पर्यावरण संरक्षण पर पीएम का संदेश
प्रधानमंत्री ने एक वीडियो संदेश में कहा कि प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करना इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस की थीम है, और भारत पिछले चार-पांच वर्षों से इस दिशा में लगातार काम कर रहा है। उन्होंने कहा,
“हर देश को पर्यावरण के लिए अपने स्वार्थ से ऊपर उठना होगा। यह केवल सरकारों की नहीं, हर नागरिक की ज़िम्मेदारी है।”
उन्होंने अपने संदेश में लिखा:
“इस #WorldEnvironmentDay पर आइए हम अपने ग्रह की रक्षा के प्रयासों को और गहरा करें और उन चुनौतियों से मिलकर लड़ें, जो हमारे सामने हैं। मैं उन सभी लोगों की सराहना करता हूं जो जमीनी स्तर पर हमारे पर्यावरण को हरित और बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सिंदूर पौधे का रोपण केवल पर्यावरण संरक्षण का संदेश नहीं है, बल्कि यह नारीशक्ति, देशभक्ति और संस्कृति का भी प्रतीक बन गया है। यह संदेश देता है कि पर्यावरण संरक्षण केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि हमारे इतिहास, परंपराओं और मूल्यों से जुड़ा कर्तव्य है।