मोनाको – फ़ॉर्मूला रेसिंग की सबसे प्रतिष्ठित धरती पर, कुश मैनी ने भारतीय मोटरस्पोर्ट इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया। Côte d’Azur की चमचमाती सड़कों पर आयोजित फॉर्मूला 2 स्प्रिंट रेस में उन्होंने धमाकेदार जीत हासिल की और मोनाको में रेस जीतने वाले पहले भारतीय ड्राइवर बन गए। DAMS लुकास ऑयल टीम के लिए यह उनकी सीज़न की पहली जीत और पहला पोडियम फिनिश भी रहा। इस जीत के साथ कुश ने न सिर्फ अपने लिए, बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व का क्षण रचा।
पूरी रेस में रखा नियंत्रण
BWT Alpine F1 टीम के रिज़र्व ड्राइवर कुश मैनी ने पोल पोजिशन से शुरुआत करते हुए 30 लैप्स की इस चुनौतीपूर्ण रेस को शुरू से अंत तक लीड किया। रिवर्स ग्रिड सिस्टम के तहत वह स्प्रिंट रेस के लिए पहले स्थान पर शुरू हुए, क्योंकि उन्होंने फीचर रेस के लिए P10 पर क्वालिफाई किया था। रेस की शुरुआत से ही उन्होंने जबरदस्त नियंत्रण, रणनीतिक सूझबूझ और परिपक्वता दिखाई, जिससे उन्होंने बिना कोई गलती किए लाइट्स-टू-फ्लैग जीत दर्ज की। 2025 सीज़न की शुरुआत कुश मैनी के लिए कुछ खास नहीं रही थी, लेकिन मोनाको में मिली यह जीत उनके आत्मविश्वास और लय को जबरदस्त बढ़ावा देगी। यह जीत उनके करियर के लिए एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकती है।
तिरंगा लहराया, गूंजा जन गण मन
रेस जीतने के बाद जब पोडियम पर भारतीय राष्ट्रगान बजा, तो वह पल हर भारतीय के लिए गौरव से भरा था। कुश मैनी ने गर्व के साथ तिरंगे को लहराया और राष्ट्रगान गाया। पिट लेन में भारतीय उद्योगपति गौतम सिंघानिया ने कुश को गले लगाकर जीत की बधाई दी। सिंघानिया की JK रेसिंग और TVS रेसिंग कुश मैनी के करियर की शुरुआत से उनके साथ हैं।
अब लक्ष्य फीचर रेस और बार्सिलोना राउंड
कुश मैनी अब इस लय को रविवार की फीचर रेस और अगले हफ्ते बार्सिलोना राउंड में भी जारी रखना चाहेंगे। यदि यह फॉर्म जारी रहा, तो वह जल्द ही F1 की दहलीज पर दस्तक दे सकते हैं।
बेंगलुरु से मोनाको तक का सफर
बेंगलुरु में जन्मे कुश ने रेसिंग की शुरुआत इटालियन और ब्रिटिश F4 से की थी। इसके बाद उन्होंने फॉर्मूला रेनो यूरोकप में हिस्सा लिया और 2020 में BRDC ब्रिटिश फॉर्मूला 3 चैंपियनशिप में उपविजेता रहे। इस खिताब को उनके मेंटर और दो बार के F1 वर्ल्ड चैंपियन मिका हक्किनेन भी जीत चुके हैं। मोनाको की सड़कों पर कुश मैनी की यह ऐतिहासिक जीत न सिर्फ उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि है, बल्कि यह भारतीय मोटरस्पोर्ट्स के लिए भी एक प्रेरणादायक पल है। अब देश की निगाहें उनकी आगामी रेसों पर टिकी हैं, जहाँ वह भारत का नाम और ऊँचाई तक ले जा सकते हैं।