नई दिल्ली: जन सवराज आंदोलन के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रसांत किशोर ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी पर सीधा राजनीतिक हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि अगली विधानसभा चुनावों में वह रेवंत रेड्डी को हराने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे और इस बार राहुल गांधी भी उन्हें नहीं बचा पाएंगे।
टाइम्स नाउ को दिए एक साक्षात्कार में प्रसांत किशोर ने रेवंत रेड्डी पर आरोप लगाया कि उन्होंने बिहारियों का अपमान करते हुए यह कहा कि “बिहारियों का डीएनए तेलंगाना के लोगों से घटिया है।” किशोर ने कहा, “अगर हमारा डीएनए घटिया है, तो फिर हमारे पास मदद के लिए क्यों आए थे? यहां तक कि राहुल गांधी भी उन्हें नहीं बचा सकते। हम उन्हें हराएंगे और पूरी ताकत से हराएंगे।”
किशोर ने दावा किया कि रेवंत रेड्डी कांग्रेस की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष बनने के बाद दिल्ली में उनसे कई बार मदद मांगने आए थे। उन्होंने कहा, “रेवंत रेड्डी एक, दो, तीन बार दिल्ली आए। उन्होंने मुझसे मदद मांगी, लेकिन मैंने नहीं की। आज जब वे मुख्यमंत्री बन गए हैं, तो उनका अहंकार इस कदर बढ़ गया है कि वे बिहारियों को नीचा दिखा रहे हैं।”
गौरतलब है कि दिसंबर 2023 में रेवंत रेड्डी ने एक विवादित बयान में कहा था, “मेरा डीएनए तेलंगाना का है। केसीआर का डीएनए बिहार का है। वह बिहार से आए हैं, उनकी जाति कुर्मी है, जो बिहार से विजयनगरम और फिर तेलंगाना में आए। तेलंगाना का डीएनए बिहार से बेहतर है।”
इस बयान को लेकर किशोर ने तीखा पलटवार करते हुए कहा, “यदि रेवंत रेड्डी के अनुसार बिहारी डीएनए हीन है, तो वह मुझसे मदद क्यों मांग रहे थे? अगर हिम्मत है तो सार्वजनिक रूप से फिर से ऐसा कहें।”
प्रसांत किशोर ने रेवंत रेड्डी को “राजनीतिक पलटीमार” कहा और कहा कि वह पहले बीजेपी, फिर टीडीपी और अब कांग्रेस में हैं। उन्होंने सवाल किया, “उनकी क्या औकात है? आज मुख्यमंत्री बनकर घमंड में चूर हैं, लेकिन हम उन्हें जनता के बीच जवाब देंगे।”
किशोर ने कांग्रेस नेताओं पर भी निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस में दिल्ली और केरल जैसे राज्यों के नेता बिहारियों को हीन दृष्टि से देखते हैं। उन्होंने कहा, “ये नेता बिहारी समाज को हंसी का पात्र समझते हैं। यह उनके वर्गभेद और मानसिक संकीर्णता को दिखाता है।”
राज ठाकरे को “लम्पट तत्व” करार देते हुए किशोर ने बताया कि उन्होंने 2020 में उद्धव ठाकरे से केवल एक आग्रह किया था — कि शिवसेना के लोग मुंबई में बिहारियों के खिलाफ हिंसा न करें। उन्होंने दावा किया, “2020 से लेकर अब तक एक भी घटना नहीं हुई। यही मेरी फीस थी।”
इसके साथ ही किशोर ने तमिलनाडु की राजनीति पर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि DMK ने भी बिहारियों के खिलाफ बयान दिए हैं और उनका भी हिसाब बराबर किया जाएगा। “मैं किसी ऐसे नेता की मदद नहीं करूंगा जो बिहारियों का अपमान करता हो। अगर मौका मिला, तो हम हर मंच पर इनका जवाब देंगे।”
प्रसांत किशोर ने स्पष्ट किया कि वह न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में बिहारी स्वाभिमान की लड़ाई लड़ने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, “अगर भगवान मौका देगा, तो हम सबका हिसाब बराबर करेंगे।”
 
            
 
		