नई दिल्ली: श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट के अध्यक्ष आशुतोष पांडे ने स्वामी प्रेमानंद महाराज पर धोखाधड़ी और छल का आरोप लगाया है। पांडे ने सख्त लहजे में पत्र लिखकर मांग की है कि प्रेमानंद सरकारी अस्पताल में किडनी की जांच कराएं और एक महीने के अंदर रिपोर्ट सार्वजनिक करें।
धोखाधड़ी के आरोप
पांडेय के पत्र में प्रेमानंद महाराज पर बीमारी का नाटक करने और भगवान कृष्ण की जन्मभूमि की रक्षा के उद्देश्य की उपेक्षा करने का आरोप लगाया गया है। पांडे ने लिखा, “अगर आपकी किडनी वाकई खराब है, तो सरकारी अस्पताल में जांच कराएं और रिपोर्ट सार्वजनिक करें।” उन्होंने आगे कहा, “आप जैसे संत भगवान कृष्ण के नाम पर धोखाधड़ी कर रहे हैं। आपको श्री कृष्ण की जन्मभूमि की भूमि के लिए लड़ने वालों का समर्थन करना चाहिए।”
प्रेमानंद महाराज को एक महीने का अल्टीमेटम
पांडेय ने प्रेमानंद महाराज को उनकी मांग मानने के लिए एक महीने का अल्टीमेटम दिया है। पांडे के अनुसार, ऐसा न करने पर ट्रस्ट की ओर से कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पत्र में पांडे की निराशा को दर्शाया गया है, क्योंकि उन्हें लगता है कि प्रेमानंद कृष्ण की जन्मभूमि के लिए समर्पित नहीं हैं और उनकी निष्ठा नहीं है।
प्रेमानंद महाराज कौन हैं?
अनिरुद्ध कुमार पांडे नाम से मशहूर प्रेमानंद महाराज कानपुर के रहने वाले हैं। उन्होंने अपना जीवन राधारानी और भगवान श्री कृष्ण की सेवा में समर्पित कर दिया है। उत्तरप्रदेश में वृन्दावन में प्रेमानंद महाराज की चर्चा जोरों पर हैं. देश दुनिया से भक्तों कि लम्बी कतारे उनके यहाँ लगती है. उनके प्रवचन और ज्ञान क बातें सुनने के लिए लोग दूर-दूसर से आते हैं. इतना ही नहीं प्रातः 2 बजे से वह वृन्दावन भ्रमण पर निकल जाते हैं. वृंदावन में हर रोज सत्संग भी करते हैं. उनके सत्संग को सुनने के लिए लाखों लोग आते हैं. हालांकि बता दें कि प्रेमानंद महाराज जी की गंभीर बीमारी के चलते सालों पहले दोनों किडनी खराब हो गई थीं. आध्यात्मिक समर्पण के बावजूद, इन हालिया आरोपों ने उनकी प्रतिष्ठा पर ग्रहण लगा दिया है।
प्रेमानंद महाराज की प्रतिक्रिया का इंतजार
अभी तक, आशुतोष पांडे द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में प्रेमानंद महाराज की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। जनता और अनुयायी उनके स्पष्टीकरण और इस विवाद के समाधान का इंतजार कर रहे हैं।