अयोध्या, उत्तर प्रदेश: RSS प्रमुख मोहन भागवत ने आज कहा कि राम राज्य आ रहा है और देश में सभी को विवादों को छोड़कर एकजुट रहना चाहिए। सोमवार को अयोध्या मंदिर में राम लला की नई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई, इस कार्यक्रम का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया और इसे लाखों लोगों ने अपने घरों और देशभर के मंदिरों में टेलीविजन पर देखा।
समारोह के बाद हजारों की भीड़ को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख ने कहा, “प्रधानमंत्री ने अकेले ही ‘तप’ किया था, और अब, हम सभी को यह करना होगा। अयोध्या में रामलला की प्रतिष्ठा के साथ, भारत का आत्म-गौरव लौट आया है, और आज का कार्यक्रम एक नए भारत का प्रतीक बन गया है जो खड़ा होगा और पूरी दुनिया को मदद प्रदान करेगा। बहुत से लोगों की तपस्या के कारण 500 साल बाद रामलला घर लौटे हैं और मैं उनकी कड़ी मेहनत और बलिदान को सलाम करता हूं”।
“लेकिन वह (राम) क्यों चले गए थे? वह चले गए थे क्योंकि अयोध्या में विवाद थे। राम राज्य आ रहा है और हमें सभी विवादों को दूर करना होगा और छोटे-छोटे मुद्दों पर आपस में लड़ना बंद करना होगा। हमें अहंकार छोड़ना होगा और रहना होगा एकजुट, साथ रहना ही धर्म का पहला सच्चा आचरण है,” उन्होंने कहा।
श्री भागवत ने कहा लोगों से की, “करुणा दूसरा कदम है, वे जो कमाते हैं उसमें से न्यूनतम अपने लिए रखें और बाकी दान में दे दें, यही करुणा का अर्थ है। आपको अपनी इच्छाओं को नियंत्रण में रखना चाहिए। जहां सरकारी योजनाएं गरीबों को राहत दे रही हैं, वहीं हमें समाज को भी बांधना चाहिए क्योंकि सभी हमारे भाई हैं। जहां भी आपको दुख और दर्द दिखे, वहां सेवा करें”।
उन्होंने आगे लोगों से लालची न होने और अनुशासित जीवन जीने को कहा। उन्होंने कहा, ”हमें अपने देश को विश्वगुरु बनाने के लिए मिलकर काम करना होगा।”