पकड़ुआ विवाह

जब शादी दो दिलो का मेल तो जबरदस्ती क्यों?

आए दिन बिहार से जबरन विवाह (मुख्यतः पकड़ुआ विवाह) के मामले अब आम बात सी हो गयी है, मगर  21वीं सदी में पकड़ुआ बियाह जैसी घटना को लेकर लोग सोशल मीडिया पर तर्क-वितर्क कर रहे हैं। जो लोग बिहार या पूर्वांचल के हैं वे इससे भली-भांति अवगत हैं, लेकिन विवाह की यह प्रक्रिया देश के बाकी हिस्सों में रहने वाले लोगों की उत्सुकता बढ़ा रही है।

क्या होता है

पकड़ुआ विवाह?

पकड़ुआ बियाह में गांव या परिवार के दबंग लोग इलाके के किसी पढ़े-लिखे और धन-संपदा से संपन्न शादी योग्य युवक का अपहरण कर लेते हैं। इसके बाद जबरन उसकी शादी किसी लड़की से करा दी जाती है। विरोध करने पर युवक की पिटाई भी की जाती है। कई बार हथियार वगैरह दिखाकर युवक को डराया धमकाया भी जाता है,

इस मुद्दे पर कई फिल्मे और टी.वी. सीरियल्स बन चुके है (जैसे 2019 में आयी 'जबरिया जोड़ी' और कलर्स चैनल पर 'भाग्यविधाता' नामक टीवी सीरियल) जिनमे काफी हद तक सच्चाई दिखाई जाती है.

कहाँ से शुरू हुआ

पकड़ुआ विवाह?

पकड़ुआ विवाह की शुरुआत कहां से हुई इसकी कोई पुख्ता जानकारी तो नहीं है, लेकिन माना जाता है कि दूल्हे को अगवा कर उसकी शादी रचाने का चलन बेगूसराय जिले से शुरू हुआ है। बेगूसराय से सटे पटना जिले के हिस्से मोकामा, पंडारख, बाढ़, बख्तियारपुर जैसे इलाके में एक समय इसका खूब चलन था।

क्यों किया जाता है

पकड़ुआ विवाह?

70-80 के दशक में बिहार में शिक्षा और जागरूकता आर्थिक बदहाली के कारण बिहार के गरीब परिवारों में जन्मदर की बढ़ोतरी हुई, तो वंही उच्च जाति के लोगों में स्टेटस दिखाने का चलन भी था. आर्थिक तंगी और बेटियों की अधिक संख्या होने के कारण उनकी शादी के लिए पिता दहेज नहीं दे सकते थे, तो वे पकड़ुआ विवाह जैसे विकल्प को तलाशते हैं.

पर पुलिस भी नहीं लेती ऐक्शन!

पकड़ुआ विवाह?

जबरन ही सही, कुछ दिन साथ रहने से दूल्हे-दुल्हन के बीच मानसिक रूप से भी पति-पत्नी का रिश्ता स्थापित हो जाता है। परिवार वालों को भी समझाबुझा दिया जाता है। और लड़के को भी कुछ ही देरी के लिए ही अगवा किया जाता है उसके बाद उसे ससम्मान दुल्हन के साथ उसके घर भेज दिया जाता है।

पकड़ुआ विवाह से सबसे ज्यादा लड़का-लड़की को नुकसान होता है। क्योकि लड़की के पिता ने कम पैसे में उसकी शादी करवाकर उसे सर्वसम्पन्न घर में ब्याह दिया और सामाजिक दबाव में लड़के का परिवार लड़की को अपना लेता हैं, लेकिन इससे लड़की वो सम्मान नहीं प्राप्त कर पाती जो एक घर की बहु को मिलना चाहिए।

का सबसे ज्यादा नुकसान किसे?

पकड़ुआ विवाह?

कई बार लड़का भी मानसिक रूप से परेशान हो सकता है और उसे पत्नी को स्वीकार करने में समस्या हो सकती है। इस प्रकार का रिश्ता नफरत और डर से भरा होता है।