हरियाली तीज क्यों मनाई जाती है: जाने इसका महत्व

साल में तीन बार तीज का त्योहार मनाया जाता है: सावन में हरियाली तीज, भाद्रपद माह में हरतालिका तीज और कजरी तीज।

यह त्योहार हर साल सावन के महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है।

इस खास तिथि पर भगवान शिव और माता पार्वती की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही सुख और सौभाग्य की प्राप्ति के लिए महिलाएं व्रत रखती हैं।

धार्मिक मान्यता है कि व्रत के दौरान कथा का पाठ न करने से साधक शुभ फल की प्राप्ति से वंचित रहता है। इसलिए सच्चे मन से हरियाली तीज की कथा का पाठ करना चाहिए।

कहा जाता है कि सबसे पहले हरियाली तीज का व्रत हिमालय की पुत्री माता पार्वती ने किया था। इस व्रत के प्रभाव से ही भगवान शिव उन्हें पति के रूप में प्राप्त हुए थे।

इसी कारण हरियाली तीज के दिन कुंवारी कन्याएं मनचाहे वर की प्राप्ति और विवाह में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए व्रत रखती हैं.

पंचांग के अनुसार, हरियाली तीज का पर्व 07 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा।