अगरतला: त्रिपुरा सिविल सोसाइटी ने गुरुवार को राज्यव्यापी 24 घंटे के बंद का आह्वान किया है। यह बंद टिपरा मोथा पार्टी (TMP) समर्थित सिविल सोसाइटी द्वारा अपनी आठ सूत्री मांगों को लेकर बुलाया गया है। आंदोलन का नेतृत्व टीएमपी विधायक रंजीत देबबर्मा कर रहे हैं।
देबबर्मा ने कहा कि बंद के दौरान राज्य भर में लगभग 25 स्थानों पर पिकेटिंग की जाएगी। राजधानी अगरतला में सर्किट हाउस, नॉर्थ गेट और राज्य विधानसभा परिसर जैसे प्रमुख इलाकों में भी बैरिकेड लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा,
“यह कोई राजनीतिक आंदोलन नहीं है। यह जनता का आंदोलन है, जिसमें सभी वर्गों के लोग शामिल होंगे। हमारा उद्देश्य बंद को शांतिपूर्वक सफल बनाना है।”
बंद की प्रमुख मांगें:
त्रिपुरा सिविल सोसाइटी ने सरकार के समक्ष आठ प्रमुख मांगें रखी हैं —
- गृह मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार राज्य में अवैध विदेशी घुसपैठियों की पहचान।
- प्रत्येक जिले में अवैध प्रवासियों के लिए डिटेंशन कैंप की स्थापना।
- बीएसएफ और असम राइफल्स के जवानों की विशेष टास्क फोर्स का गठन।
- राज्य में इनर लाइन परमिट (ILP) प्रणाली लागू करना ताकि अवैध घुसपैठ पर रोक लगाई जा सके।
- ट्राइ-पार्टाइट टिप्रासा समझौते का शीघ्र क्रियान्वयन।
- कोकबोरोक भाषा के लेखन के लिए रोमन लिपि को आधिकारिक मान्यता।
- फर्जी अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) प्रमाणपत्रों की रद्दीकरण।
- 4 सितंबर 2024 को हस्ताक्षरित त्रिपक्षीय समझौते (भारत सरकार, त्रिपुरा सरकार और ATTF-NLFT के बीच) को तत्काल लागू किया जाए।
सरकार ने कहा – सभी दफ्तर खुले रहेंगे
राज्य सरकार ने बंद के बावजूद सभी सरकारी कार्यालय खुले रखने का निर्देश दिया है। सूचना और सांस्कृतिक मामलों (ICA) विभाग द्वारा जारी बयान में कहा गया,
“सरकार के संज्ञान में आया है कि कुछ संगठनों ने 23 अक्टूबर को राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया है। इस दिन सभी सरकारी दफ्तर और उपक्रम खुले रहेंगे, और कर्मचारियों से अपेक्षा की जाती है कि वे सामान्य रूप से कार्य करें।”
सरकार ने सभी विभागों को निर्देश दिया है कि वे 23 अक्टूबर को कर्मचारियों की उपस्थिति की जानकारी सामान्य प्रशासन विभाग को भेजें।
शांति बनाए रखने की तैयारी
राज्य पुलिस पीआरओ राजदीप देब ने कहा कि बंद के दौरान किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। पुलिस ने सभी जिलों में गश्त बढ़ा दी है और संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं। बंद के कारण परिवहन और बाजारों पर आंशिक असर पड़ने की संभावना जताई जा रही है।












