26/11 का गुनहगार तहव्वुर राणा NIA की गिरफ्त में, 18 दिन की कस्टडी मंजूर, जानें टॉप 10 बड़ी बातें

26/11 का गुनहगार तहव्वुर राणा NIA की गिरफ्त में, 18 दिन की कस्टडी मंजूर, जानें टॉप 10 बड़ी बातें
26/11 का गुनहगार तहव्वुर राणा NIA की गिरफ्त में, 18 दिन की कस्टडी मंजूर, जानें टॉप 10 बड़ी बातें

नई दिल्ली: 26/11 मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी और डेविड हेडली के करीबी तहव्वुर हुसैन राणा को गुरुवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया, जहां अदालत ने उसे 18 दिन की एनआईए कस्टडी में भेज दिया। राणा को अमेरिका से सफल प्रत्यर्पण के बाद भारत लाया गया, जहां पहुंचते ही NIA ने औपचारिक रूप से उसकी गिरफ्तारी की।

टॉप 10 बड़ी बातें जो अब तक सामने आई हैं:

  1. राणा को भारी सुरक्षा घेरे में, जेल वैन, SWAT वाहन और एम्बुलेंस के काफिले के साथ कोर्ट में लाया गया।
  2. कोर्ट परिसर को किया गया खाली — मीडिया और आम जनता को सुरक्षा कारणों से कोर्ट से बाहर कर दिया गया।
  3. राणा, 26/11 हमलों के मुख्य साजिशकर्ता डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी का करीबी, अमेरिकी नागरिक है, लेकिन पाकिस्तानी मूल का है और कनाडाई नागरिकता रखता है।
  4. अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने 4 अप्रैल को उसकी प्रत्यर्पण याचिका को खारिज कर दिया था, जिसके बाद भारत लाने का रास्ता साफ हुआ।
  5. राणा को विशेष विमान से लॉस एंजेलेस से दिल्ली लाया गया, जहां NSG और NIA की टीमों ने उसे एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया।
  6. राणा की गिरफ्तारी भारत की वर्षों की कूटनीतिक और कानूनी कोशिशों का नतीजा है, जिसमें विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय और अमेरिकी एजेंसियों ने मिलकर काम किया।
  7. अमेरिका में उसे भारत-यूएस प्रत्यर्पण संधि के तहत न्यायिक हिरासत में रखा गया था।
  8. उसके खिलाफ सभी कानूनी प्रयास — लिटिगेशन, अपील और आपात याचिका तक — अमेरिकी अदालतों में खारिज हो चुके हैं।
  9. US DOJ, FBI, US मार्शल सर्विस, स्टेट डिपार्टमेंट और भारत की एजेंसियों के बीच हुए समन्वय ने प्रत्यर्पण को सफल बनाया।
  10. इस बीच, गृह मंत्रालय ने नरेंद्र मान को 26/11 केस में विशेष लोक अभियोजक नियुक्त किया है, जो 3 साल तक या ट्रायल पूरा होने तक सेवा देंगे।

क्या है तहव्वुर राणा का रोल?

तहव्वुर राणा पर आरोप है कि उसने डेविड हेडली की भारत यात्रा में मदद की, जिसके दौरान हमलों की साजिश रची गई और टारगेट की रेकी की गई। यह वही हमला है जिसमें 166 निर्दोष लोग मारे गए थे और जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था।

अब NIA की रिमांड में, राणा से पूरे षड्यंत्र की परतें उधेड़ने की तैयारी है — ये देखना दिलचस्प होगा कि क्या उसके जरिए 26/11 के बाकी गुनहगारों की भी गिरफ्तारी की राह आसान होगी।