30 वर्षीय NRI ड्राइवर गिरफ्तार, 114‑वर्षीय मैराथन लेजेंड Fauja Singh की दुखद मौत!

30 वर्षीय NRI ड्राइवर गिरफ्तार: 114‑वर्षीय मैराथन लेजेंड फौजा सिंह की दुखद मौत
30 वर्षीय NRI ड्राइवर गिरफ्तार: 114‑वर्षीय मैराथन लेजेंड फौजा सिंह की दुखद मौत

पंजाब | 16 जुलाई 2025:
दुनिया के सबसे बुज़ुर्ग और प्रेरणादायक मैराथन धावक फौजा सिंह की एक सड़क हादसे में मौत हो गई। हादसा तब हुआ जब 114 वर्षीय फौजा सिंह बीते रविवार सुबह पंजाब के बीआस इलाके में टहलने निकले थे और एक तेज़ रफ्तार सफेद टोयोटा फॉर्च्यूनर गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी।

पुलिस के मुताबिक, फौजा सिंह के सिर पर गंभीर चोट आई थी, जिसके कारण उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।

NRI आरोपी गिरफ्तार

पुलिस जांच में पता चला कि जिस गाड़ी से टक्कर मारी गई, वह एक 30 वर्षीय NRI अमृतपाल सिंह ढिल्लों चला रहा था, जो हाल ही में कनाडा से भारत आया था। आरोपी को सीसीटीवी फुटेज, घटनास्थल से मिले टूटे हेडलाइट के टुकड़े और गाड़ी के नंबर प्लेट की मदद से पकड़ लिया गया।

अमृतपाल को पंजाब के जालंधर जिले के डासूपुर गांव से गिरफ़्तार किया गया है और उस पर लापरवाही से गाड़ी चलाने और गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।

कौन थे फौजा सिंह?

फौजा सिंह का जन्म 1 अप्रैल 1911 को हुआ था। उन्होंने 89 साल की उम्र में दौड़ना शुरू किया और 100 की उम्र तक लंदन, न्यूयॉर्क, टोरंटो जैसे शहरों में मैराथन में भाग लिया।
उन्हें “टर्बन्ड टॉर्नेडो”, “रनिंग बाबा” और “सिख सुपरमैन” जैसे नामों से दुनिया भर में जाना जाता था। वे फिटनेस, धैर्य और जीवनशैली के प्रतीक बन गए थे।

देश में शोक की लहर

फौजा सिंह की मृत्यु की खबर से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। मुख्यमंत्री भगवंत मान और कई नामचीन हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके जीवन को प्रेरणास्रोत बताया। फौजा सिंह का जाना केवल एक महान एथलीट की मौत नहीं, बल्कि एक प्रेरणा की समाप्ति है। उनकी सादगी, जीवनशैली और संघर्ष की कहानियाँ आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी।

Digikhabar Team
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