सवाल ये है कि एक छोटी सी चोट से सांसद सीधे ICU में कैसे भर्ती हो गए और सत्र खत्म होते ही ठीक भी हो गए। हिन्दी के बड़े लेखक है सुदामा पांडे धूमिल का कथन यथार्थ ही है कि “अपने यहां संसद- तेली की वह घानी है जिसमें आधा तेल है और आधा पानी है ” जो कि यहां सही लग रहा है। दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज करा रहे भाजपा सांसद प्रताप चंद्र सरंगी और मुकेश राजपूत को सोमवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। वे दोनों पांच दिन तक अस्पताल में भर्ती रहे थे। इन दोनों सांसदों को गुरुवार को संसद परिसर में हुए एक झगड़े के दौरान चोटें आई थीं।
बता दें कि यह झगड़ा विपक्षी दल और भाजपा सांसदों के बीच हुआ था, जिसमें दोनों पक्षों के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी। इस झगड़े के दौरान भाजपा सांसदों को चोटें आईं। भाजपा ने कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर शारीरिक हमला करने और उकसाने का आरोप लगाया है। भाजपा का कहना है कि राहुल गांधी ने जानबूझकर स्थिति को और तूल दिया और इस संघर्ष में शामिल हुए।
घटना के बाद दोनों घायल भाजपा सांसदों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज किया गया। अब दोनों सांसदों की हालत स्थिर है और वे घर लौटने के लिए तैयार हैं। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद सांसदों ने मीडिया से कोई बयान नहीं दिया, लेकिन भाजपा पार्टी ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और इसे संसद में कामकाजी माहौल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश बताया है। इस घटना के बाद से राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है, और इसे संसद के भीतर बढ़ते तनाव और संघर्षों के रूप में देखा जा रहा है।