4 जनवरी की सुबह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (IGIA) पर घने कोहरे के कारण फ्लाइट संचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ। उत्तर भारत के कई हिस्सों में घने कोहरे के कारण दृश्यता लगभग शून्य हो गई, जिससे हवाई यातायात में भारी रुकावटें आईं।
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने आधी रात 12:05 बजे अपने एक पोस्ट में बताया कि प्रतिकूल मौसम स्थितियों के कारण फ्लाइट शेड्यूल प्रभावित हो रहे हैं। एयरपोर्ट ने यात्रियों से संबंधित एयरलाइनों से अपडेटेड फ्लाइट जानकारी प्राप्त करने की अपील की और कहा, “कोई भी असुविधा होने पर खेद व्यक्त किया जाता है।”
इंडिगो एयरलाइंस ने भी 1:05 AM को एक पोस्ट में यह पुष्टि की कि घने कोहरे के कारण सभी उड़ानों की प्रस्थान और आगमन को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। इंडिगो ने ट्वीट किया, “#6ETravelAdvisory: दिल्ली एयरपोर्ट पर दृश्यता कम होने के कारण प्रस्थान और आगमन फिलहाल स्थगित हैं।”
एयर इंडिया और अन्य एयरलाइंस पर भी असर
एयर इंडिया ने भी disruptions की सूचना दी और कहा कि खराब दृश्यता केवल दिल्ली तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे उत्तर भारत में इसका प्रभाव पड़ा है। एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि मौसम के कारण 400 से अधिक फ्लाइट्स में देरी हुई है।
रेलवे सेवाएं भी प्रभावित
दिल्ली के प्रमुख रेलवे स्टेशनों जैसे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, आनंद विहार टर्मिनस और हज़रत निज़ामुद्दीन स्टेशन पर भी 50 से अधिक ट्रेनें देरी से चल रही थीं।
सड़क यातायात में भी रुकावट
घना कोहरा न केवल हवाई यात्रा को प्रभावित कर रहा था, बल्कि दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में सड़क यातायात भी प्रभावित हुआ। कोहरे की मोटी परत में यात्री अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए संघर्ष करते हुए नजर आए।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता में गिरावट, GRAP स्टेज 3 लागू
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता में भारी गिरावट के कारण 3 जनवरी को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत स्टेज 3 के तहत कड़े प्रदूषण नियंत्रण उपायों को फिर से लागू कर दिया गया।
भारत सरकार के सैमीर ऐप के अनुसार, 3 जनवरी को दोपहर 4 बजे तक 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 371 दर्ज किया गया, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली का AQI सुबह के समय 350 के पार पहुंच गया था, जिसका कारण घना कोहरा, कम ऊंचाई पर हवा का मिलना और बदलते हुए मौसम के पैटर्न थे।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दिल्ली का अधिकतम तापमान 21.2 डिग्री सेल्सियस था, जबकि न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आगे और भी खराब हो सकता है वायु गुणवत्ता
IMD और भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान के अनुसार, आने वाले दिनों में वायु गुणवत्ता और खराब हो सकती है। दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में घना कोहरा और शीतलहर के चलते वायु प्रदूषण और बढ़ने की संभावना है।
राज्य और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीमों ने लोगों से प्रदूषण नियंत्रण उपायों का पालन करने की अपील की है और साथ ही वाहनों की संख्या कम करने और बाहर जाने से बचने की सलाह दी है।