
पायल कापाडिया द्वारा निर्देशित फिल्म “ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट” भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बन गई है, क्योंकि यह फिल्म कान्स ग्रैंड प्रिक्स जीतने वाली पहली भारतीय फिल्म बनी है। इस अद्वितीय उपलब्धि ने न केवल भारतीय सिनेमा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई, बल्कि फिल्म इंडस्ट्री में भी एक नई दिशा और प्रेरणा दी है।
फिलहाल, फिल्म “ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट” ऑस्कर 2025 के लिए चर्चा में है, जहां यह Best Director, Best Original Screenplay, और Best Film के लिए नामांकित होने की दौड़ में शामिल है। ऑस्कर वोटिंग 14 जनवरी तक जारी है, और पूरी दुनिया की नजरें इस पर टिकी हुई हैं, खासकर उन सदस्यों पर जो इस फिल्म को वोट देंगे और इसे नामांकित करेंगे।
यह फिल्म मुम्बई के असली रंगों और उसके शहरी जीवन के विपरीत पहलुओं को बड़ी खूबसूरती से पर्दे पर उतारती है। फिल्म की कहानी तीन महिलाओं के जीवन के इर्द-गिर्द घूमती है, जो प्रेम, पहचान और शहरी अस्तित्व की कठोर वास्तविकताओं से जूझती हैं। इन महिलाओं के जीवन में होने वाली घटनाएँ दर्शकों से गहरे तरीके से जुड़ती हैं, और उनकी यात्रा को देखने से एक भावनात्मक जुड़ाव महसूस होता है।
फिल्म में कलाकारों द्वारा दी गई शानदार प्रदर्शन फिल्म की गहरी कहानी को और भी प्रभावशाली बनाती है। हर एक पात्र की यात्रा न केवल प्रभावी बल्कि गहरी भी है, जो दर्शकों को उनके साथ खुद को भी महसूस करने का अवसर देती है।
“ऑल वी इमेजिन ऐज़ लाइट” को समकालीन सिनेमा में एक उत्कृष्ट कृति माना जा रहा है और इसे भारतीय सिनेमा के लिए एक सांस्कृतिक मील का पत्थर बताया जा रहा है। यह फिल्म भारतीय सिनेमा को ग्लोबल मंच पर और भी ऊँचाइयों तक ले जाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।