Australia से मिली हार के बाद BCCI हुआ सख्त, खिलाड़ियों को लेकर नए नियम लागू

Australia से मिली हार के बाद BCCI हुआ सख्त, खिलाड़ियों को लेकर नए नियम लागू
Australia से मिली हार के बाद BCCI हुआ सख्त, खिलाड़ियों को लेकर नए नियम लागू

मुंबई, 14 जनवरी 2025: भारत की 1-3 से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार के बाद, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने खिलाड़ियों के प्रदर्शन और प्रबंधन को लेकर नई दिशा-निर्देशों का ऐलान किया है। मुंबई में हुई एक समीक्षा बैठक में बीसीसीआई ने कोच गौतम गंभीर, कप्तान रोहित शर्मा और मुख्य चयनकर्ता अजीत आगरकर के साथ मिलकर कुछ नई नीतियां तैयार की हैं, जो टीम के प्रदर्शन, अनुशासन और जिम्मेदारी को बढ़ावा देने के लिए लागू की जाएंगी।

परिवारों के लिए नया नियम

इस बैठक में एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव यह था कि 2019 से पहले के नियमों को फिर से लागू किया जाए, जिसके तहत विदेशी दौरे पर खिलाड़ियों के परिवारों को साथ रखने की अवधि सीमित की जाएगी। अब 45 दिनों या उससे अधिक के दौरे पर परिवार केवल 14 दिनों तक साथ रह सकते हैं, जबकि छोटे दौरे के लिए यह अवधि सात दिन होगी। यह निर्णय इसलिए लिया गया है क्योंकि हाल के समय में ऑस्ट्रेलिया दौरे समेत कुछ अन्य विदेशी दौरे पर खिलाड़ियों के परिवारों की लंबी मौजूदगी से खिलाड़ियों की एकाग्रता और प्रदर्शन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा था।

यात्रा प्रोटोकॉल में सख्ती

बीसीसीआई ने खिलाड़ियों की यात्रा के संबंध में भी नए प्रोटोकॉल लागू करने का प्रस्ताव रखा है। अब सभी खिलाड़ियों को टीम बस में ही यात्रा करनी होगी, और वरिष्ठ खिलाड़ियों को अलग से यात्रा करने की अनुमति नहीं होगी। इस कदम का उद्देश्य टीम के बीच एकता और अनुशासन को बढ़ावा देना है, जिससे टीम भावना मजबूत हो सके।

कोच के लिए नई दिशा-निर्देश

इस बैठक में मुख्य कोच गौतम गंभीर की यात्रा व्यवस्था को लेकर भी चर्चा की गई, खासकर उनके व्यक्तिगत मैनेजर गौरव अरोड़ा की उपस्थिति को लेकर। बीसीसीआई ने निर्णय लिया है कि अब से व्यक्तिगत मैनेजर टीम होटल में नहीं ठहर सकेंगे, न ही वे टीम के वीआईपी बॉक्स में बैठ सकते हैं या टीम के वाहन का उपयोग कर सकते हैं। यह व्यवस्था गंभीर आलोचना का विषय रही थी, और अब बीसीसीआई ने सुनिश्चित किया है कि पेशेवर मानकों का पालन कड़ाई से किया जाएगा।

प्रदर्शन आधारित मिलेगी सैलरी

इसके अलावा, बीसीसीआई ने एक नई प्रदर्शन आधारित भुगतान प्रणाली लागू करने पर विचार किया है। इसके तहत, अगर कोई खिलाड़ी अपनी निर्धारित प्रदर्शन स्तर से नीचे खेलता है, तो उसे वित्तीय कटौती का सामना करना पड़ सकता है। इस प्रणाली में पहले से लागू इंसेंटिव मॉडल का विस्तार किया जाएगा, जिसके तहत वे खिलाड़ी जो 50% से अधिक टेस्ट मैच खेलते हैं, उन्हें प्रति मैच 30 लाख रुपये मिलते हैं। इसके अलावा, यदि कोई खिलाड़ी 75% से अधिक मैच खेलता है, तो उसे प्रति मैच 45 लाख रुपये मिलेंगे।

बीसीसीआई के इन नए दिशा-निर्देशों का स्वागत किया गया है, लेकिन कुछ अभिभावकों ने चिंता व्यक्त की है कि ये नियम टीम के भीतर एकता को बढ़ावा तो देंगे, लेकिन खिलाड़ियों के परिवार से दूर रहने से उनके मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। हालांकि, बीसीसीआई ने आश्वासन दिया है कि टीम के प्रदर्शन को प्राथमिकता दी जाएगी और ये कदम खिलाड़ियों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए सकारात्मक होंगे।

बीसीसीआई ने इन नई नीतियों के साथ यह भी स्पष्ट किया है कि टीम के प्रदर्शन में सुधार लाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। आने वाले समय में इन दिशा-निर्देशों के परिणामों का आकलन किया जाएगा और आवश्यकता के अनुसार बदलाव किए जा सकते हैं।

Digikhabar Editorial Team
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