अडानी ग्रुप के अध्यक्ष गौतम अडानी ने हाल ही में घोषणा की कि उनके सबसे छोटे बेटे, जीत अडानी की शादी 7 फरवरी को होगी। हालांकि, इस शादी को लेकर मीडिया में भव्य समारोह के कयास लगाए जा रहे थे, गौतम अडानी ने स्पष्ट किया कि यह शादी एक साधारण और पारंपरिक तरीके से होगी।
अडानी परिवार इन दिनों प्रयागराज में आयोजित महा कुम्भ मेले में शामिल हो रहा था, जहां इस मुद्दे पर मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए गौतम अडानी ने बताया कि यह शादी किसी भव्य आयोजन का रूप नहीं लेगी। उन्होंने कहा, “हमारी शादी एक साधारण और पारंपरिक आयोजन होगी, जैसा कोई आम व्यक्ति अपनी शादी में करता है।”
हालांकि, मीडिया में अडानी परिवार की शादी को लेकर कई अटकलें थीं, जिसमें यह कहा जा रहा था कि इसमें अंतरराष्ट्रीय हस्तियाँ जैसे एलोन मस्क और बिल गेट्स के शामिल होने की संभावना है, साथ ही 1,000 सुपरकारों और प्राइवेट जेट्स के आयोजन की अफवाहें भी उड़ रही थीं। इन सब बातों को नकारते हुए गौतम अडानी ने इसे बढ़ा-चढ़ा कर प्रस्तुत किए जाने की बात कही और कहा, “यह सब अफवाहें हैं। हम अपनी परंपराओं के अनुसार साधारण तरीके से अपनी खुशी का उत्सव मनाएंगे।”
गौतम अडानी ने इस दौरान गंगा आरती का भी हिस्सा बने और इस अवसर पर परिवार की खुशियों को आध्यात्मिक दृष्टि से जोड़ते हुए कहा कि उनका परिवार अपने उत्सवों में पारंपरिक मूल्यों और साधारणता को महत्व देता है। उन्होंने बताया कि यह शादी सिर्फ एक परिवार का व्यक्तिगत आनंद नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक विरासत और पारिवारिक मूल्यों का उत्सव होगी।
अडानी परिवार का यह दृष्टिकोण इस समय के बीच एक महत्वपूर्ण संदेश देता है, जब देश की उच्चतम सामाजिक वर्ग में शाही और भव्य शादियाँ आम होती जा रही हैं। गौतम अडानी और उनका परिवार यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि उनकी प्राथमिकता पारंपरिक मूल्यों और साधारणता में निहित है, न कि दिखावे और भव्यता में।
यह निर्णय अडानी परिवार के लिए एक व्यक्तिगत खुशी के पल के साथ-साथ, संस्कृति और पारिवारिक विरासत के प्रति उनकी गहरी निष्ठा को भी दर्शाता है। परिवार के इस दृष्टिकोण ने यह संदेश दिया है कि सादगी और परंपरा की महत्ता आज भी बरकरार है, चाहे आप किसी भी सामाजिक या आर्थिक स्थिति में हों।