Nishikant Dubey ने Uddhav Thackeray को चेताया कहा, Waqf (Amendment) Bill से सबसे बड़ा नुकसान होगा

Nishikant Dubey ने Uddhav Thackeray को चेताया कहा, Waqf (Amendment) Bill से सबसे बड़ा नुकसान होगा
Nishikant Dubey ने Uddhav Thackeray को चेताया कहा, Waqf (Amendment) Bill से सबसे बड़ा नुकसान होगा

नई दिल्ली। झारखंड के गोड्डा से बीजेपी सांसद और वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 पर गठित संयुक्त संसदीय समिति (JPC) के सदस्य निशिकांत दुबे ने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे पर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में सबसे बड़ा नुकसान उद्धव ठाकरे की पार्टी को होगा, क्योंकि उन्होंने इस विधेयक पर राष्ट्रहित के खिलाफ काम किया है।

“हिंदुत्व की राजनीति करने वाली पार्टी ने देशहित के खिलाफ काम किया”

दुबे ने एक इंटरव्यू में कहा, “इस पूरे मामले के बाद सबसे बड़ा नुकसान उद्धव ठाकरे की शिवसेना को होगा। उन्होंने इस विधेयक पर देश के खिलाफ काम किया, जबकि उनकी राजनीति हमेशा हिंदुत्व पर आधारित रही है।”

उन्होंने आगे कहा कि आगामी बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) चुनावों में यह मुद्दा कांग्रेस और एनसीपी (एसपी) के लिए कोई चुनावी एजेंडा नहीं होगा।

“बीएमसी चुनावों में कांग्रेस उद्धव सेना के साथ गठबंधन में नहीं उतरेगी। एनसीपी (एसपी) भी अलग चुनाव लड़ेगी। इस मुद्दे के बाद उद्धव ठाकरे की पार्टी न तो मुस्लिमों का भरोसा जीत पाएगी, न हिंदुओं का, न मराठी लोगों का और न ही गैर-मराठियों का। इसका अस्तित्व खत्म हो जाएगा।”

JPC बैठक में विपक्षी दलों पर लगाया हंगामा करने का आरोप

बीजेपी सांसद ने यह भी दावा किया कि विपक्ष द्वारा विधेयक में संशोधन के प्रस्तावों को खारिज करने की बात गलत है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों ने संशोधनों पर चर्चा तक नहीं की, बल्कि वे पूरा विधेयक ही खत्म करना चाहते थे। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के सांसद कल्याण बनर्जी का जिक्र करते हुए कहा कि वह बैठक में इतने आक्रोशित हो गए थे कि उन्होंने गिलास तोड़ दिया था।

पहली बार संसदीय समिति के सांसदों को निलंबित किया गया

निशिकांत दुबे ने बताया कि इस घटना के बाद संविधान लागू होने के बाद पहली बार किसी संसदीय समिति से सांसदों को निलंबित किया गया

“मुस्लिमों की चिंता सिर्फ दिखावा, विपक्ष कर रहा तुष्टीकरण की राजनीति”

दुबे ने विपक्ष पर मुस्लिमों को सिर्फ चुनावी मुद्दे के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “अगर विपक्ष को मुस्लिमों की इतनी चिंता थी, तो सोमवार को सहारनपुर से सांसद इमरान मसूद बैठक में क्यों नहीं आए? एनसीपी (एसपी) के सदस्य सुरेश म्हात्रे क्यों नहीं आए? आम आदमी पार्टी (AAP) के संजय सिंह, जो मुस्लिम वोटों के लिए बाहर चिल्लाते हैं, वे बैठक में क्यों नहीं पहुंचे?”

JPC की बैठक में क्या हुआ?

मंगलवार को हुई संयुक्त संसदीय समिति (JPC) की बैठक में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 के कुछ प्रमुख प्रावधान तय किए गए:

  • मुस्लिम महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए राज्य वक्फ बोर्ड (धारा 14) और केंद्रीय वक्फ परिषद (धारा 9) में दो मुस्लिम महिलाओं को सदस्य के रूप में शामिल किया जाएगा।
  • राज्य वक्फ बोर्ड में अब मुस्लिम ओबीसी समुदाय का एक सदस्य शामिल होगा, जिससे व्यापक प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जा सकेगा (धारा 14)।

आगे क्या?

वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 को लेकर जारी बहस के बीच यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या विपक्षी दल अपने रुख में बदलाव करेंगे या विरोध जारी रहेगा। वहीं, बीएमसी चुनावों पर इस मुद्दे का कितना असर पड़ेगा, यह भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।

Digikhabar Editorial Team
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