
अहमदाबाद, 7 फरवरी – देश के प्रमुख उद्योगपति गौतम अडानी के बेटे जीत अडानी और दीवा शाह की शादी सिर्फ एक पारंपरिक विवाह नहीं, बल्कि सामाजिक सरोकार को नया आयाम देने वाला भव्य आयोजन बन रहा है। इस शादी में भारतीय संस्कृति और कारीगरी के संरक्षण के साथ-साथ सामाजिक समावेशिता को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
फैशन और सामाजिक बदलाव का संगम
इस विवाह समारोह का एक प्रमुख आकर्षण है मशहूर फैशन डिजाइनर मनीष मल्होत्रा और एनजीओ ‘फैमिली ऑफ डिसेबल्ड’ (FOD) का सहयोग। इस साझेदारी के तहत दिव्यांग कारीगरों द्वारा बनाए गए विशेष शॉल दंपति के लिए तैयार किए गए हैं। मल्होत्रा के मार्गदर्शन में तैयार इन शॉल्स में पारंपरिक और आधुनिक डिजाइन का अनूठा समावेश देखने को मिलेगा। जीत अडानी के इस पहल का उद्देश्य दिव्यांग कारीगरों के हुनर को पहचान दिलाना और फैशन जगत में समावेशिता को प्रोत्साहित करना है।
भारतीय कारीगरी को मिला वैश्विक मंच
यह शादी देशभर के कारीगरों और एनजीओ द्वारा निर्मित वस्त्र और कलाकृतियों का भव्य प्रदर्शन भी होगी। शादी की सजावट में विभिन्न राज्यों की कला और शिल्प को जगह दी गई है, जिससे भारतीय कारीगरी को वैश्विक मंच मिल रहा है।
एफओडी द्वारा निर्मित हाथ से बनी ग्लासवेयर और प्लेटें
चेन्नई स्थित ‘काई रस्सी’ द्वारा डिजिटल डिजाइन
अहमदाबाद की मोतियों की ज्वेलरी
फिरोजाबाद के कांच से बनी कलाकृतियां
नासिक की पैठनी साड़ियां
मुंद्रा के मिट्टी से बनी भित्ति चित्रकला
जोधपुर की पारंपरिक चूड़ियां
सिर्फ विवाह नहीं, सामाजिक संदेश भी
यह विवाह आयोजन न केवल दो परिवारों का मिलन है बल्कि सामाजिक बदलाव और संस्कृति के संरक्षण का संदेश भी दे रहा है। जीत और दीवा ने यह सुनिश्चित किया है कि उनकी शादी भारतीय शिल्प और कारीगरी के महत्व को दर्शाने वाला एक अनोखा मंच बने।
इस पहल के माध्यम से, यह विवाह सिर्फ एक भव्य समारोह नहीं बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।