9 मार्च को भारत ने कप्तान रोहित शर्मा के नेतृत्व में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में न्यूजीलैंड को 4 विकेट से हराकर अपनी तीसरी चैंपियंस ट्रॉफी जीतने का इतिहास रच दिया। इस जीत के साथ भारत इस टूर्नामेंट को तीन बार जीतने वाली दुनिया की एकमात्र टीम बन गई है।
रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी में शानदार बल्लेबाजी की और 83 गेंदों में 76 रन बनाकर भारत को जीत के करीब पहुँचाया। हालांकि, भारत के लक्ष्य का पीछा करते हुए कुछ तनावपूर्ण पल आए, जब टीम 183/3 पर दो त्वरित विकेट खो बैठी। लेकिन केएल राहुल (34* off 33) और हार्दिक पंड्या (18 off 11) ने संयम से काम लेते हुए अंतिम ओवरों में टीम को जीत दिलाई, और भारत ने 49 ओवर में 254/6 का स्कोर बनाकर लक्ष्य को 6 गेंदों पहले हासिल किया।
न्यूजीलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 251/7 का स्कोर बनाया। उनके लिए डैरेल मिचेल ने 101 गेंदों पर 63 रन, माइकल ब्रेसवेल ने नाबाद 53 रन और राचिन रवींद्र ने 29 गेंदों पर 37 रन बनाए। भारत की गेंदबाजी में कुलदीप यादव (2/40) और वरुण चक्रवर्ती (2/45) ने अहम योगदान दिया, जिन्होंने न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को रन बनाने से रोका।
चाहे भारत के बल्लेबाजों को कुछ मुश्किलों का सामना करना पड़ा हो, लेकिन रोहित शर्मा और श्रेयस अय्यर (48 off 62) की पारी ने भारत की जीत को सुनिश्चित किया।
इस जीत ने भारत को चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में सबसे सफल टीम बना दिया, क्योंकि उन्होंने पहले 2002 और 2013 में भी यह खिताब जीता था।
स्कोर:
न्यूजीलैंड: 251/7 (50 ओवर)
(डैरेल मिचेल 63, माइकल ब्रेसवेल 53*, राचिन रवींद्र 37; कुलदीप यादव 2/40, वरुण चक्रवर्ती 2/45)
भारत: 254/6 (49 ओवर)
(रोहित शर्मा 76, श्रेयस अय्यर 48; मिशेल सैंटनर 2/46, माइकल ब्रेसवेल 2/28)