अहमदाबाद में हुए भयावह विमान हादसे के बाद राहत और पहचान का काम तेजी से जारी है। हादसे में मारे गए लोगों की पहचान के लिए कुल 215 DNA सैंपल जांच के लिए भेजे गए थे। अब तक इनमें से 198 शवों की पुष्टि हो चुकी है और उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया गया है।
गुजरात सरकार ने यह जानकारी रविवार को दी। सरकार ने बताया कि DNA मिलान की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है ताकि बाकी बचे शवों की भी जल्द पहचान हो सके।
DNA जांच क्यों की गई?
विमान दुर्घटना के कारण शवों की हालत बेहद खराब हो गई थी, जिससे पहचान करना मुश्किल हो गया था। इसलिए सरकार ने DNA जांच का सहारा लिया। मृतकों के रिश्तेदारों से भी सैंपल लेकर मिलान किया गया, जिससे यह पता लगाया जा सके कि कौन-सा शव किस परिवार का है। जिसके बाद अब तक 198 मृतकों की पहचान हो चुकी है और उनके शव परिवारों को अंतिम संस्कार के लिए सौंपे जा चुके हैं। बाकी शवों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।
सरकार और स्थानीय प्रशासन द्वारा परिजनों को हर संभव सहायता दी जा रही है, जिसमें शव ले जाने की व्यवस्था, अंतिम संस्कार में मदद और मानसिक सहयोग शामिल है।
अंत में
अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास कुछ दिन पहले एक चार्टर्ड विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। विमान में 242 लोग सवार थे जिनमें से सिर्फ एक लोग की ही जान बच पाई थी बाकि सभी की मौत हो गई। टक्कर के बाद विमान में आग लग गई, जिससे शव बुरी तरह जल गए। इसी कारण डीएनए जांच के ज़रिए पहचान की जा रही है। हादसे की जांच DGCA और अन्य एजेंसियां कर रही हैं ताकि कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।