प्रयागराज की नाबालिग दलित लड़की को केरल में जबरन धर्मांतरण और आतंकी संगठन में भर्ती की साजिश, दो आरोपी गिरफ्तार

प्रयागराज की नाबालिग दलित लड़की को केरल में जबरन धर्मांतरण और आतंकी संगठन में भर्ती की साजिश, दो आरोपी गिरफ्तार
प्रयागराज की नाबालिग दलित लड़की को केरल में जबरन धर्मांतरण और आतंकी संगठन में भर्ती की साजिश, दो आरोपी गिरफ्तार

नई दिल्ली/प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले के फूलपुर क्षेत्र से 15 वर्षीय दलित नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर केरल ले जाकर जबरन इस्लाम धर्म में परिवर्तन और एक कट्टरपंथी संगठन में भर्ती करने की सनसनीखेज साजिश सामने आई है। इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और एक बड़े नेटवर्क के सक्रिय होने का संदेह जताया जा रहा है।

शादी समारोह से गायब, लालच और झांसे में आई नाबालिग

डीसीपी कुलदीप सिंह गुणावत के अनुसार, लड़की 8 मई को लिलहट गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने गई थी, जहां उसकी मुलाकात 19 वर्षीय दर्ख्शा बानो से हुई। दर्ख्शा ने उसे पैसे और बेहतर भविष्य का झांसा देकर अपने साथ आने को राजी किया। बाद में मोहम्मद कैफ नामक युवक उसे बाइक से प्रयागराज जंक्शन लेकर गया, जहां पीड़िता के साथ छेड़छाड़ की गई।

दिल्ली होते हुए केरल पहुंची, धर्म परिवर्तन का दबाव

लड़की को दर्ख्शा बानो रेल के जरिए दिल्ली होते हुए त्रिशूर (केरल) ले गई। वहां उसे एक घर में रखा गया, जहां कई अज्ञात पुरुषों और नाबालिग लड़कियों की मौजूदगी थी। अदालती दस्तावेजों के मुताबिक, पीड़िता पर इस्लाम धर्म अपनाने और जिहादी संगठन में शामिल होने का दबाव डाला गया।

डर के मारे लड़की ने मौके से भागकर त्रिशूर रेलवे स्टेशन पर स्थानीय पुलिस से संपर्क किया। पुलिस ने परिजनों से संपर्क कर उसे वापस भिजवाया।

मां की तहरीर पर एफआईआर, धमकी भी मिली

26 जून को मां गुड्डी देवी ने बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। 28 जून को पीड़िता के वापस लौटने पर, मां ने धर्मांतरण, अपहरण और धमकी के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई। लड़की ने बताया कि उसे अनजान नंबर से धमकी भी मिली।

नेटवर्क की जांच में जुटी पुलिस, तीन टीमें सक्रिय

डीसीपी गुणावत ने बताया कि दर्ख्शा बानो एक संगठित नेटवर्क से जुड़ी हो सकती है, जो गरीब और कमजोर वर्ग की लड़कियों को निशाना बनाकर केरल में कट्टरपंथी संगठनों में भर्ती करता है। मामले में मुख्य साजिशकर्ता ताज मोहम्मद केरल के त्रिशूर से ऑपरेट कर रहा है, जिसकी तलाश की जा रही है।

उत्तर प्रदेश और केरल पुलिस की तीन टीमें संयुक्त रूप से जांच में जुटी हैं। पीड़िता को प्रयागराज के वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है और उसकी काउंसलिंग की जा रही है।