सोहम पारेख नाम के भारतीय सॉफ़्टवेयर इंजीनियर पर गंभीर आरोप लगे हैं कि उन्होंने 3‑5 अमेरिकी स्टार्टअप्स में एक‑साथ नौकरी की थी, बिना किसी को बताए और झूठे बायोडाटा (CV) के सहारे अपनी साख बनाई थी।
आरोपों की शुरुआत
यह मामला तब अच्छे से सामने आया जब Playground AI के सह-संस्थापक सुहैल दोशी ने X (पहले ट्विटर) पर एक चेतावनी पोस्ट साझा की। उन्होंने लिखा:
“PSA: there’s a guy named Soham Parekh (in India) who works at 3‑4 startups at the same time… I fired this guy in his first week and told him to stop lying/scamming people. He hasn’t stopped a year later.”
दोशी का कहना है कि सोहम को एक हफ्ते में ही Playground AI से निकाल दिया गया क्योंकि उनका बायोडाटा नकली लग रहा था और वे झूठ बोल रहे थे।
और आरोपियों की आवाज़ें
इसके बाद और भी कई स्टार्टअप्स, जैसे Lindy, Fleet AI, Antimetal, Warp आदि, आगे आए और उन्होंने भी सोहम से धोखा हुआ होने की बात कही।
- Lindy के फाउंडर ने बताया कि उन्होंने सोहम को सिर्फ एक सप्ताह पहले ही लिया था, लेकिन फिर तुरंत निकाल दिया क्योंकि वे समझ गए कि सोहम एक से अधिक जगह काम कर रहे थे।
- Antimetal के CEO ने कहा “really smart and likeable” लेकिन multi‑company काम करने के कारण उन्हें रिजेक्ट कर दिया।
सोहम की शैक्षणिक और प्रोफेशनल पृष्ठभूमि
सोहम ने बुनियादी तौर पर मुम्बई विश्वविद्यालय से BE और Georgia Tech से MS पूरा किया है। उनके CV में Dynamo AI, Union AI, Synthesia, Alan AI जैसे नाम दर्ज थे, लेकिन दोशी का दावा है कि “90% रिज्यूमे fake” था और कई लिंक गायब थे।