Kolkata Gang Rape Case: मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा पर पहले से दर्ज हैं 11 मामले, पुलिस ने किया क्राइम सीन का रीक्रिएशन

Kolkata Gang Rape Case: मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा पर पहले से दर्ज हैं 11 मामले, पुलिस ने किया क्राइम सीन का रीक्रिएशन
Kolkata Gang Rape Case: मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा पर पहले से दर्ज हैं 11 मामले, पुलिस ने किया क्राइम सीन का रीक्रिएशन

कोलकाता: कोलकाता के एक लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ हुए गैंगरेप मामले में पुलिस की जांच तेज़ हो गई है। इस संवेदनशील केस में अब तक मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा समेत कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गुरुवार सुबह कोलकाता पुलिस ने घटना से जुड़े क्राइम सीन को रीक्रिएट किया, जिसमें सभी आरोपी मौजूद रहे।

पुलिस ने करीब 5 घंटे तक आरोपियों को घटनास्थल पर रखा, ताकि घटनाक्रम को विस्तार से समझा जा सके और जांच को ठोस दिशा दी जा सके। सीन रीक्रिएशन के बाद सभी आरोपियों को पुलिस वापस थाने ले गई।

मोनोजीत मिश्रा पर पहले से हैं 11 आपराधिक मामले

इस मामले में मुख्य आरोपी मोनोजीत मिश्रा उर्फ ‘मैंगो’ को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मोनोजीत का लंबा आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ कम से कम 11 मामले दर्ज हैं — जिनमें महिलाओं के साथ छेड़खानी, बदसलूकी और अन्य गंभीर आरोप शामिल हैं।

सूत्रों ने बताया कि मोनोजीत इन मामलों में जमानत पर बाहर था और लॉ कॉलेज की यह छात्रा उसकी शुरू से ही निगरानी में थी। यही वजह रही कि वह और उसके साथी इस अपराध को अंजाम देने की साजिश पहले से रच रहे थे।

कैसे हुआ ‘मैंगो’ का भंडाफोड़?

घटना 25 जून को कॉलेज कैंपस में हुई, जिसके बाद मोनोजीत मिश्रा ने कुछ भरोसेमंद साथियों को कॉलेज और पास के कासबा पुलिस स्टेशन की निगरानी करने को कहा। यह पुलिस थाना कॉलेज से मात्र एक किलोमीटर दूर है।

घटना को अंजाम देने के बाद मोनोजीत अपने साथियों प्रमित मुखर्जी और जैब अहमद के साथ कॉलेज से फरार हो गया। अगले दिन सुबह उसने एक कॉलेज अधिकारी को कॉल कर पुलिस की गतिविधियों के बारे में जानकारी हासिल करने की कोशिश की।

इसी दिन आरोपी प्रमित ने एक वकील से संपर्क किया और खुद को बचाने के लिए कॉलेज के कुछ सीनियर छात्रों से मदद भी मांगी, लेकिन किसी ने उन्हें सहयोग नहीं दिया। इसी दौरान पुलिस ने तकनीकी निगरानी और सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार किया।

पुलिस का सख्त रुख

कोलकाता पुलिस की टीम ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तेज़ी से कार्रवाई की है। सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है और जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जा सकती है। पुलिस का कहना है कि वह पीड़िता को पूरी सुरक्षा और सहयोग प्रदान कर रही है। इस घटना ने कोलकाता समेत पूरे राज्य में जनता को झकझोर दिया है। सोशल मीडिया पर आरोपी मोनोजीत की गिरफ्तारी और उस पर पहले से लंबित मामलों को लेकर पुलिस व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कई संगठनों ने मांग की है कि ऐसे अपराधियों को कड़ी सजा और त्वरित न्याय दिया जाए।