आरा (बिहार): बिहार के आरा जिले में कांग्रेस पार्टी का अंदरूनी संघर्ष एक बार फिर खुलकर सामने आ गया, जब पार्टी कार्यालय में आयोजित सम्मान समारोह के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। देखते ही देखते स्थिति इतनी बिगड़ गई कि मामला मारपीट तक पहुंच गया और एक कार्यकर्ता लहूलुहान हो गया।
यह घटना उस समय हुई जब बिहार कांग्रेस के प्रभारी सचिव और छत्तीसगढ़ के भिलाई से विधायक देवेंद्र प्रसाद यादव के स्वागत के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसी कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस के दो गुटों में किसी बात को लेकर विवाद हो गया, जो कुछ ही पलों में उग्र झड़प में तब्दील हो गया।
हाथापाई और कपड़े फाड़ने तक पहुंचा मामला
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ता एक-दूसरे को धक्का-मुक्की करते, कपड़े खींचते और गाली-गलौज करते दिखाई दे रहे हैं। स्थिति तब और गंभीर हो गई जब पूर्व एमएलसी अजय सिंह के गुट के एक कार्यकर्ता के सिर पर गंभीर चोट लग गई और खून बहने लगा। घायल कार्यकर्ता की तस्वीर भी सामने आई है, जो इस घटना की गंभीरता को दर्शाती है।
पार्टी की अंदरूनी कलह उजागर
कांग्रेस कार्यकर्ताओं के इस असहज और शर्मनाक प्रदर्शन ने न केवल पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि यह भी दर्शाया है कि पार्टी के अंदर संगठनात्मक अनुशासन की गंभीर कमी है।
इस घटना ने विपक्षी दलों को कांग्रेस पर सवाल उठाने का सुनहरा मौका दे दिया है। विरोधी अब इस घटना को कांग्रेस की “आंतरिक विफलता और अनुशासनहीनता” का उदाहरण बता रहे हैं।
अब क्या?
घटना के बाद पुलिस को मौके पर बुलाया गया, हालांकि खबर लिखे जाने तक किसी की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हुई है। पार्टी की ओर से भी अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। कांग्रेस कार्यालय में हुआ यह झगड़ा पार्टी की अंदरूनी स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करता है। जब पार्टी कार्यकर्ता ही सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे से भिड़ने लगें, तो संगठन की एकजुटता और अनुशासन पर स्वाभाविक रूप से संदेह उठने लगता है। अब देखना यह है कि कांग्रेस आलाकमान इस शर्मनाक घटना पर क्या रुख अपनाता है और दोषियों पर क्या कार्रवाई करता है।