क्या आपने कभी महसूस किया है कि जब आप कुछ तीखा या खट्टा खाते हैं, तो आपके गाल या कान के पास की त्वचा पर पसीना आने लगता है, या वहां गर्माहट और लालिमा महसूस होती है?
अगर हां, तो यह Frey’s Syndrome (फ्रेई सिंड्रोम) हो सकता है।
यह एक दुर्लभ लेकिन दिलचस्प स्थिति है, जिसमें खाना खाते समय चेहरे के कुछ हिस्सों में पसीना आना, जलन या चुभन जैसी संवेदना महसूस होना शामिल है। यह आमतौर पर कान के पास की नसों में बदलाव के कारण होता है, खासकर किसी सर्जरी या चोट के बाद।
यह स्थिति क्या होती है?
फ्रेई सिंड्रोम एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर (तंत्रिका तंत्र से जुड़ी समस्या) है। इसमें व्यक्ति के गाल, कान के पास या जबड़े के हिस्से में खाना खाते समय या खाने की सोचते ही पसीना आने लगता है। यह इसलिए होता है क्योंकि पैरोटिड ग्रंथि (Parotid gland) के पास की कुछ नसें गलत तरीके से जुड़ जाती हैं।
कारण क्या है?
फ्रेई सिंड्रोम का सबसे आम कारण है,
पैरोटिड ग्रंथि की सर्जरी। पैरोटिड ग्रंथि हमारे कान के पास स्थित होती है और लार बनाने का काम करती है। अगर किसी कारणवश इस ग्रंथि की सर्जरी करनी पड़े (जैसे ट्यूमर निकालना), तो वहां की नसें कट सकती हैं।
जब ये नसें दोबारा जुड़ती हैं, तो कुछ लार बनाने वाली नसें गलती से पसीना बनाने वाली त्वचा की ग्रंथियों से जुड़ जाती हैं। इस कारण, जब भी व्यक्ति कुछ खाने की कोशिश करता है, तो लार बनने की बजाय वहां पसीना आने लगता है।
लक्षण (Symptoms):
फ्रेई सिंड्रोम के लक्षण अक्सर एक तरफ ही देखने को मिलते हैं और आमतौर पर सर्जरी के कुछ महीनों बाद शुरू होते हैं:
- खाने या खाने की कल्पना करते ही गाल या कान के पास पसीना आना
- उस जगह पर जलन या चुभन महसूस होना
- हल्की लालिमा या गर्मी का अहसास
- कभी-कभी खुजली या झुनझुनी
यह कैसे पहचाना जाता है?
इस स्थिति की जांच के लिए डॉक्टर एक स्टार्च-आयोडीन टेस्ट कर सकते हैं। इसमें त्वचा पर आयोडीन और फिर स्टार्च लगाया जाता है। खाना खाने के बाद अगर उस जगह पर पसीना आता है, तो वह हिस्सा नीला हो जाता है, जिससे यह पुष्टि होती है कि यह फ्रेई सिंड्रोम है।
इलाज कैसे होता है?
फ्रेई सिंड्रोम हानिकारक नहीं है, लेकिन अगर इसके लक्षण परेशान करने वाले हैं, तो इलाज किया जा सकता है:
- बोटॉक्स इंजेक्शन (Botulinum toxin) – यह सबसे आम इलाज है। यह इंजेक्शन त्वचा में दिया जाता है जिससे पसीना आना कम हो जाता है। इसका असर कुछ महीनों तक रहता है और फिर दोहराना पड़ सकता है।
- एंटीपर्सपिरेंट क्रीम या जेल – डॉक्टर कुछ दवाइयों या क्रीम की सलाह दे सकते हैं जिससे पसीने की ग्रंथियों को शांत किया जा सके।
- सर्जिकल इलाज, बहुत गंभीर मामलों में, त्वचा को फिर से ठीक करने के लिए सर्जरी की जा सकती है।
क्या यह खतरनाक है?
नहीं, फ्रेई सिंड्रोम कोई जानलेवा बीमारी नहीं है। यह सिर्फ एक असहज स्थिति है जो सामाजिक रूप से शर्मिंदगी पैदा कर सकती है, खासकर जब व्यक्ति को दूसरों के सामने खाना खाते समय पसीना आने लगे। लेकिन सही इलाज और सलाह से इसे काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।
फ्रेई सिंड्रोम एक दुर्लभ लेकिन समझने लायक समस्या है। इसका कारण अक्सर सर्जरी या चोट होती है, और इसके लक्षण आमतौर पर खाने के दौरान पसीना आना होते हैं। यह कोई गंभीर बीमारी नहीं है, लेकिन समय रहते डॉक्टर से परामर्श लेने पर इसके लक्षणों को काफी हद तक रोका या कम किया जा सकता है।