AI से रची गई अश्लील साजिश, कौन है असम की Archita Phukan और कैसे बनी Porn Star, जानें पूरी कहानी

AI से रची गई अश्लील साजिश, कौन है असम की Archita Phukan और कैसे बनी Porn Star, जानें पूरी कहानी
AI से रची गई अश्लील साजिश, कौन है असम की Archita Phukan और कैसे बनी Porn Star, जानें पूरी कहानी

नई दिल्ली: सोशल मीडिया पर कुछ दिन पहले ‘बेबीडॉल आर्ची’ नाम की एक कथित एडल्ट स्टार का नाम और चेहरा तेजी से वायरल हो रहा था। इस नाम के साथ एक इमोशनल कहानी जोड़ी गई थी कि ये असम की एक लड़की अर्चिता फुकन है, जो दिल्ली के बदनाम जीबी रोड इलाके में वर्षों तक वेश्यावृत्ति में फंसी रही और 25 लाख रुपये देकर खुद को आज़ाद करवाया।

इतना ही नहीं, खुद अमेरिकी एडल्ट स्टार केंड्रा लस्ट के साथ एक कथित फोटो भी वायरल हुई और उस पर केंड्रा की टिप्पणी भी दिखाई गई। इस पूरी कहानी ने लोगों की संवेदनाएं झकझोर दीं। लेकिन अब इस ‘बेबीडॉल आर्ची’ की सच्चाई सामने आ चुकी है और ये मामला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और साइबर क्राइम से जुड़ा हुआ है।

बदले की आग में झुलसाई पहचान

दरअसल, असम के तिनसुकिया जिले के एक मैकेनिकल इंजीनियर ने अपनी एक्स गर्लफ्रेंड से बदला लेने के लिए एक चौंकाने वाली साजिश रची। उसने AI टूल्स जैसे Midjourney, Desire AI और OpenArt AI का इस्तेमाल करके एक फर्जी एडल्ट पर्सनालिटी बनाई और उसमें अपनी पूर्व प्रेमिका का चेहरा डीपफेक तकनीक से फिट कर दिया।

उसने इस नकली प्रोफाइल को ‘बेबीडॉल आर्ची’ नाम से इंस्टाग्राम पर चलाया और कुछ ही दिनों में इसके 14 लाख से ज़्यादा फॉलोअर्स हो गए।

AI से बना अश्लील कंटेंट और वायरल झूठी कहानी

इंजीनियर ने इस प्रोफाइल को विश्वसनीय बनाने के लिए एक झूठी इमोशनल बैकस्टोरी गढ़ी — कि लड़की ने छह साल तक जीबी रोड में वेश्यावृत्ति झेली और 25 लाख देकर खुद को मुक्त कराया।

इस प्रोफाइल को दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों से जियोटैग किया गया, और इसमें वीडियो भी थे, जिससे लोगों को यकीन हो सके कि ये सच है।

लड़की ने दर्ज कराई शिकायत, इंजीनियर गिरफ्तार

जिस लड़की की पहचान और तस्वीर का इस घिनौने तरीके से दुरुपयोग किया गया, उसने असम के डिब्रूगढ़ जिले में साइबर मानहानि का मामला दर्ज कराया। शिकायत के बाद 12 जुलाई को इंजीनियर को गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी ने न केवल फेक प्रोफाइल बनाई बल्कि उसका इस्तेमाल सब्सक्रिप्शन आधारित पोर्टल्स पर भी किया, जिससे उसे आर्थिक लाभ भी मिला।

गंभीर साइबर अपराध बना सोशल मीडिया की सनसनी

इस मामले ने न केवल एक व्यक्तिगत बदले को उजागर किया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि AI तकनीक का दुरुपयोग किस हद तक जाकर किसी की पहचान, गरिमा और जीवन को खतरे में डाल सकता है।

साइबर पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि इस कंटेंट को कहां-कहां बेचा गया और इसके नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल हो सकते हैं।

सबक और सावधानी

इस घटना ने यह सिखाया है कि डिजिटल दुनिया में AI, डीपफेक और सोशल मीडिया का खतरनाक मेल कैसे किसी की असल ज़िंदगी को बर्बाद कर सकता है। साथ ही यह भी ज़रूरी है कि हम सोशल मीडिया पर वायरल किसी भी कहानी को आंख बंद कर यकीन न करें, खासकर तब जब वह बिना किसी सत्यापन के भावनाओं को भड़काने वाली हो।