नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग और मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि ज्ञानेश कुमार “उन लोगों की रक्षा कर रहे हैं जो भारतीय लोकतंत्र को नष्ट कर रहे हैं।” राहुल गांधी ने दावा किया कि यह अब केवल आरोप नहीं, बल्कि “ब्लैक एंड व्हाइट सबूतों के साथ एक संगठित वोट चोरी की साजिश” है।
‘हाइड्रोजन बम’ अभी बाकी है: राहुल गांधी
प्रेस कॉन्फ्रेंस की शुरुआत में राहुल गांधी ने कहा, “यह अब तक का हाइड्रोजन बम नहीं है, वह अभी आना बाकी है।” उन्होंने बताया कि कैसे देशभर में लाखों वोट, खासकर कांग्रेस समर्थक समुदायों दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और OBC – के वोट योजनाबद्ध तरीके से काटे जा रहे हैं।
सॉफ्टवेयर और कॉल सेंटर से वोट डिलीशन का आरोप
राहुल गांधी ने दावा किया कि वोट डिलीशन किसी व्यक्तिगत स्तर पर नहीं, बल्कि एक सेंट्रलाइज्ड सॉफ्टवेयर आधारित ऑपरेशन के तहत हुआ है। उन्होंने कहा, “एक ही व्यक्ति की पहचान से 14 मिनट में 12 वोट डिलीशन फॉर्म भरे गए। एक अन्य मामले में, एक व्यक्ति ने सुबह 4:07 बजे सिर्फ 36 सेकंड में डिलीशन फॉर्म भर दिया। क्या भारत का कोई युवा 36 सेकंड में यह फॉर्म भर सकता है?”
उन्होंने आरोप लगाया कि यह काम कॉल सेंटर्स के माध्यम से किया गया, और मोबाइल नंबर दूसरे राज्यों से इस्तेमाल किए गए, विशेषकर कर्नाटक के अलंद विधानसभा क्षेत्र में, जहां 6,018 वोट फर्जी तरीके से हटाए गए।
‘गोडाबाई’ और ‘सूर्यकांत’ का मामला
राहुल गांधी ने दो उदाहरण पेश किए एक 63 वर्षीय महिला गोडाबाई, जिसके नाम से 12 वोट हटाने की कोशिश की गई, और सूर्यकांत, जिसकी पहचान का उपयोग कर 12 फर्जी फॉर्म भरे गए। दोनों को प्रेस वार्ता में भी पेश किया गया। उन्होंने कहा, “जिस व्यक्ति का वोट कटा, उसे पता नहीं; और जिसने काटा, उसने भी नहीं किया। यह किसी तीसरी ताकत का काम है।”
CEC पर तीखा वार: “लोकतंत्र के हत्यारों की रक्षा कर रहे हैं”
राहुल गांधी ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा, “ज्ञानेश कुमार वोट चोरों की रक्षा कर रहे हैं। कर्नाटक CID ने पिछले 18 महीनों में 18 बार चुनाव आयोग को तीन चीजें मांगीं –
- वो IP एड्रेस जिससे फॉर्म भरे गए,
- डिवाइस पोर्ट्स की जानकारी,
- और OTP ट्रेल।”
उन्होंने कहा, “अगर ये डाटा मिल जाए, तो ऑपरेशन के पीछे कौन है, यह साफ हो जाएगा। यही कारण है कि EC ये जानकारी नहीं दे रहा है।”
कांग्रेस की मांग और चेतावनी
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को एक हफ्ते की डेडलाइन दी और कहा कि अगर डेटा सार्वजनिक नहीं किया गया, तो कांग्रेस इससे भी बड़ा खुलासा करेगी। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा, “आपका वोट आपका अधिकार है, और हम लोकतंत्र की रक्षा के लिए लड़ेंगे।”
प्रियंका गांधी का बयान
राहुल गांधी के आरोपों का समर्थन करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, “यह पूरी तरह से संगठित प्रयास है और चुनाव आयोग इसमें शामिल है। राहुल ने इसे स्पष्ट रूप से उजागर किया है।”
राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने देशभर की राजनीति में हलचल मचा दी है। कांग्रेस ने इसे “वोट अधिकार की लड़ाई” करार दिया है, जबकि अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि चुनाव आयोग इस पर क्या प्रतिक्रिया देता है और क्या वाकई ‘हाइड्रोजन बम’ का अगला चरण आने वाला है?