
वाराणसी: बेंगलुरु से वाराणसी आ रही एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX-1086 में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब एक यात्री ने हवा में उड़ान के दौरान कॉकपिट का दरवाज़ा खोलने की कोशिश की। हालांकि, समय रहते क्रू मेंबर्स ने स्थिति को संभाल लिया और यात्री को विमान के उतरने के बाद CISF के हवाले कर दिया गया।
क्या हुआ फ्लाइट में?
एयरलाइन की ओर से जारी बयान के अनुसार,
“यह घटना तब हुई जब एक पुरुष यात्री टॉयलेट की तलाश में गलती से कॉकपिट के पास पहुंच गया और दरवाज़ा खोलने का प्रयास किया।“
फ्लाइट सुबह 8 बजे के बाद बेंगलुरु से रवाना हुई थी। बीच उड़ान में यात्री ने कॉकपिट के दरवाज़े को खोलने का प्रयास किया। हालांकि, आधुनिक विमानों में कॉकपिट लॉकिंग सिस्टम पासकोड के ज़रिए संचालित होता है, इसलिए वह अंदर नहीं घुस सका।
वाराणसी में कड़ी जांच, CISF ने लिया हिरासत में
जब फ्लाइट वाराणसी पहुंची, तो उस यात्री को सुरक्षा एजेंसी CISF को सौंप दिया गया। वह सात अन्य साथियों के साथ सफर कर रहा था, और सभी के सामान की दोबारा जांच की गई।
फिलहाल, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यात्री का मकसद क्या था यह गलती से हुआ या कोई सुरक्षा जोखिम था। जांच जारी है।
एयरलाइन ने कहा,
“हमारे पास मजबूत सुरक्षा और सेफ्टी प्रोटोकॉल हैं जो इस घटना में पूरी तरह प्रभावी रहे। किसी तरह की सुरक्षा में चूक नहीं हुई है।“
एक और घटना: विशाखापत्तनम में इमरजेंसी लैंडिंग
एक दूसरी घटना में, एयर इंडिया एक्सप्रेस की एक और फ्लाइट IX 2658 को बर्ड हिट की आशंका के चलते विशाखापत्तनम एयरपोर्ट पर आपात लैंडिंग करनी पड़ी। यह फ्लाइट हैदराबाद जा रही थी, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद पायलट ने इंजन में गड़बड़ी की रिपोर्ट दी और वापसी की अनुमति मांगी।
विशाखापत्तनम एयरपोर्ट के निदेशक एन पुरूषोत्तम ने बताया कि,
“सभी यात्री सुरक्षित उतारे गए हैं और उनके वैकल्पिक सफर की व्यवस्था की जा रही है।“
सवाल उठते हैं: सुरक्षा पर सतर्कता ज़रूरी
इन दोनों घटनाओं ने एविएशन सेक्टर की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर ध्यान केंद्रित कर दिया है। खासकर कॉकपिट जैसी संवेदनशील जगह पर पहुंचने की कोशिश को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं कि यात्रियों को और बेहतर ढंग से प्रशिक्षित और जागरूक करना होगा।
आगे क्या?
- वाराणसी की घटना की जांच चल रही है
- CISF और एयरलाइन की आंतरिक टीम पूछताछ कर रही है
- DGCA भी मामले पर रिपोर्ट मांग सकता है
जहां एक ओर देश में हवाई यात्रा सुलभ और सुरक्षित मानी जाती है, वहीं ऐसे वाकये सुरक्षा एजेंसियों के लिए अलर्ट का संकेत हैं। यह ज़रूरी है कि यात्रियों को न केवल नियमों की जानकारी हो, बल्कि संवेदनशील इलाकों से दूर रहने की सख्त हिदायत भी दी जाए।











