Karur Stampede: करूर रैली भगदड़ में मृतकों की संख्या 41 हुई, विजय और पीएम मोदी ने जताया दुख, मुआवज़े का ऐलान

Karur Stampede: करूर रैली भगदड़ में मृतकों की संख्या 41 हुई, विजय और पीएम मोदी ने जताया दुख, मुआवज़े का ऐलान
Karur Stampede: करूर रैली भगदड़ में मृतकों की संख्या 41 हुई, विजय और पीएम मोदी ने जताया दुख, मुआवज़े का ऐलान

करूर: तमिलनाडु के करूर जिले में 27 सितंबर को अभिनेता और राजनेता विजय की रैली के दौरान मची भगदड़ में मृतकों की संख्या सोमवार को 41 तक पहुंच गई। करूर जिले की 65 वर्षीय महिला सुगुना, जो अस्पताल में वेंटिलेटर पर थीं, इलाज के दौरान दम तोड़ बैठीं।

मरने वालों में 18 महिलाएं, 13 पुरुष, 5 लड़कियां और 5 लड़के शामिल हैं। इनमें से 34 मृतक करूर जिले के रहने वाले थे, जबकि इरोड, तिरुपुर और डिंडीगुल से दो-दो और सलेम से एक व्यक्ति की मौत हुई। सबसे कम उम्र का शिकार महज 2 साल का बच्चा था। इस हादसे में एक 28 वर्षीय महिला और उसकी दो बेटियाँ, जिनकी उम्र 10 साल से कम थी, एक 24 वर्षीय युवक और युवती जो जल्द ही विवाह करने वाले थे – ये सभी अपनी जान गंवा बैठे।

राहुल गांधी ने की मुख्यमंत्री और विजय से बात

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन और टीवीके पार्टी प्रमुख विजय से फोन पर बात की और करूर की भगदड़ में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री स्टालिन ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर राहुल गांधी को धन्यवाद देते हुए लिखा, “धन्यवाद मेरे प्यारे भाई राहुल गांधी, जिन्होंने फोन कर करूर की दुखद घटना पर चिंता जताई और घायलों की देखरेख को लेकर जानकारी ली।”

लापरवाही के आरोप में केस दर्ज

इस बीच, करूर पुलिस ने भगदड़ के मामले में टीवीके के पदाधिकारियों के खिलाफ लापरवाही समेत विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। फॉरेंसिक टीम ने जांच शुरू कर दी है और उन जगहों का मुआयना किया जहां से शव बरामद हुए, जिनमें एक नाला भी शामिल है।

घटना के बाद करूर के व्यापारियों और दुकानदारों ने मृतकों के सम्मान में अपनी दुकानें बंद रखीं।

कैसे हुई भगदड़

अधिकारियों के अनुसार, यह हादसा शाम करीब 7:30 बजे हुआ, जब विजय अपने समर्थकों को संबोधित कर रहे थे। भारी संख्या में लोग दोपहर से ही विजय की झलक पाने के लिए जमा थे। जब विजय अपने प्रचार वाहन से भाषण दे रहे थे, तभी भीड़ में कुछ लोगों के बेहोश होने की खबरें सामने आईं और अफरातफरी मच गई।

स्थिति बेकाबू होते ही कई लोग गिर पड़े और भगदड़ शुरू हो गई। बड़ी संख्या में लोग घायल हुए और उन्हें नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

विजय, मोदी और स्टालिन ने किया मुआवज़े का ऐलान

विजय ने घटना पर गहरा दुख जताते हुए कहा, “यह राशि आपके नुकसान की भरपाई नहीं कर सकती, लेकिन इस दुख की घड़ी में मैं आपके साथ खड़ा हूं।” उन्होंने मृतकों के परिवारों को 20 लाख रुपये और घायलों को 2 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हादसे में मारे गए 39 लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देने का ऐलान किया।

मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। तमिलनाडु कांग्रेस कमेटी ने मृतकों के परिवारों को 1 करोड़ रुपये देने की बात कही है, जबकि बीजेपी ने भी मृतकों के परिजनों को 1 लाख रुपये देने की घोषणा की है। करूर की यह घटना न सिर्फ तमिलनाडु बल्कि पूरे देश को झकझोर देने वाली है। प्रशासन, राजनीतिक दलों और समाज को अब यह सोचने की ज़रूरत है कि ऐसी भीड़भाड़ वाली रैलियों में भविष्य में इस तरह की घटनाओं को कैसे रोका जाए।

Pushpesh Rai
एक विचारशील लेखक, जो समाज की नब्ज को समझता है और उसी के आधार पर शब्दों को पंख देता है। लिखता है वो, केवल किताबों तक ही नहीं, बल्कि इंसानों की कहानियों, उनकी संघर्षों और उनकी उम्मीदों को भी। पढ़ना उसका जुनून है, क्योंकि उसे सिर्फ शब्दों का संसार ही नहीं, बल्कि लोगों की ज़िंदगियों का हर पहलू भी समझने की इच्छा है।