केजरीवाल के मंत्री ने क्यों दिया इस्तीफा, क्या उसे भी सताने लगा था ईडी का डर
केजरीवाल के मंत्री ने क्यों दिया इस्तीफा, क्या उसे भी सताने लगा था ईडी का डर
आम आदमी पार्टी के नेता और अरविंद केजरीवाल सरकार के मंत्री राजकुमार आनंद ने पार्टी छोड़ दी है। राजकुमार आनंद पटेल नगर से विधायक हैं। राजकुमार आनंद ने भ्रष्टाचार को लेकर भी पार्टी पर बड़े सवाल उठाए हैं। राजकुमार आनंद के इस्तीफे के बाद आप सांसद संजय सिंह और सौरभ भारद्वाज ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है। AAP नेताओं ने कहा कि परीक्षा की घड़ी है वो डर गए हैं। संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी का मकसद आप को तोड़ना है। दिल्ली, पंजाब सरकार को गिरना ही बीजेपी की मंशा है। संजय सिंह ने कहा कि यह परीक्षा की घड़ी है हो सकता है कि उनके परिवार का दबाव हो और वो डर गए हो।
संजय सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के पीछे आम आदमी पार्टी को खत्म करने की मंशा है। ईडी की कार्रवाई के पीछे भ्रष्टाचार को उजागर करने का उद्देश्य नहीं है। बल्कि इसका मकसद सिर्फ और सिर्फ आम आदमी पार्टी को तोड़ने का मकसद है। संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी ईडी- सीबीआई का इस्तेमाल कर विधायकों को तोड़ रही है। आज आम आदमी पार्टी की परीक्षा है। एक-एक मंत्री और विधायक की परीक्षा है कि आखिर हमें किस रूप में याद किया जाए, बहादुर के रूप में या कायर के रूप में?’ संजय सिंह ने आगे कहा, ‘यही हैं राजकुमार आनंद, जिनके यहां 23 घंटे तक ईडी का छापा पड़ा था। पूरी बीजेपी यह चिल्ला कर कह रही थी कि राजकुमार आनंद भ्रष्ट हैं। बीजेपी के सभी बड़े नेताओं ने बयान दिया कि राजकुमार आनंद भ्रष्ट हैं। लेकिन अब हो सकता है कि जल्द ही आपको यह दिखाई पड़ जाए कि भाजपा नेता उन्हें माला पहना कर कैसे पार्टी में शामिल करते हैं या नहीं?’
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कई महीने जेल में बिताने के बाद हाल ही में बाहर आए संजय सिंह ने सवाल किया, क्या आप (भाजपा) दिल्ली की तिहाड़ जेल को हिटलर के गैस चैंबर में बदलना चाहते हैं? एक मुख्यमंत्री अपने विधायकों को संदेश क्यों नहीं भेज सकता कि वे दिल्ली के लोगों की समस्याओं को सुनें और उनका समाधान करें? आप अरविंद केजरीवाल को भावनात्मक रूप से तोड़ना चाहते हैं। आप अरविंद केजरीवाल को प्रताड़ित करके उन्हें झुकाना चाहते हैं। मैं बता देना चाहता हूं कि ऐसी कोशिशें सफल नहीं होंगी। चाहे कितनी भी यातना दे लो लेकिन अरविंद केजरीवाल नहीं टूटेंगे।