आप-कांग्रेस के लिए गले की हड्डी बना अमित शाह का फर्जी वीडियो, पुलिस ने किया 2 को अरेस्ट
आप-कांग्रेस के लिए गले की हड्डी बना अमित शाह का फर्जी वीडियो, पुलिस ने किया 2 को अरेस्ट
लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे आगे बढ़ता जा रहा है, विभिन्न सियासी दलों के बीच वार और पलटवार का सिलसिला भी तेज होता जा रहा है। हर दूसरे दिन कोई न कोई नया मुद्दा सुर्खियों में जगह बना रहा है। इसी कड़ी में आरक्षण को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक ‘फर्जी वीडियो’ के चलते सियासी पारा चढ़ गया है। दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया पर प्रसारित शाह के इस ‘फर्जी वीडियो’ के संबंध में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को एक मई को जांच में शामिल होने को कहा है। आइए, हम आपको बताते हैं कि इस मामले में अब तक क्या-क्या हुआ है
क्या है अमित शाह के ‘फर्जी वीडियो’ में
कथित फर्जी वीडियो में, तेलंगाना में धार्मिक आधार पर मुसलमानों के लिए आरक्षण समाप्त करने की प्रतिबद्धता जताने का संकेत देने संबंधी शाह के बयान को तोड़-मरोड़कर इस तरह दिखाया गया है जैसे कि वह हर तरह का आरक्षण समाप्त करने की वकालत कर रहे हों। कांग्रेस नेताओं ने इसी वीडियो के सहारे बीजेपी और शाह को घेरना चाहा, लेकिन अब यह उनके गले की फांस बनता हुआ नजर आ रहा है। बीजेपी ने जहां इस वीडियो को लेकर कांग्रेस पर जोरदार पलटवार शुरू किया है, वहीं कानूनी कार्रवाई भी की जा रही है। जिस तरह से दोनों ही प्रमुख धड़े इस प्रकरण को लेकर बयान दे रहे हैं, उसे देखकर लगता है कि आने वाले दिनों में यह मुद्दा और भी ज्यादा तूल पकड़ सकता है।
दिल्ली पुलिस ने दर्ज कर ली है FIR
दिल्ली पुलिस ने इस सिलसिले में IPC की धारा 153 (दंगा भड़काने के इरादे से जानबूझकर उकसाना), 153ए (धर्म, नस्ल, जन्म स्थान, निवास, भाषा आदि के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देना), 465 (जालसाजी), 469 (किसी की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाने के लिए जालसाजी) और 171जी (चुनाव के परिणाम को प्रभावित करने के इरादे से गलत बयान प्रकाशित करना) के अलावा सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धारा 66सी के तहत मामला दर्ज किया है। FIR के मुताबिक, गृह मंत्रालय ने अपनी शिकायत में कहा कि यह पाया गया है कि सोशल मीडिया यूजर्स के द्वारा कुछ फर्जी वीडियो फैलाए जा रहे हैं।
असम में एक शख्स की हुई गिरफ्तारी
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने जानकारी दी है कि ‘फर्जी वीडियो’ के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने ‘X’ पर लिखा, ‘असम पुलिस ने माननीय गृह मंत्री अमित शाह के फर्जी वीडियो मामले में रीतम सिंह नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।’ शर्मा ने कहा कि गिरफ्तार व्यक्ति 31 वर्षीय रीतम सिंह असम कांग्रेस से जुड़े हैं और पार्टी के ‘वार रूम’ संयोजक के तौर पर काम करते हैं। वहीं, कांग्रेस ने बीजेपी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि सिंह को चुनाव के बीच में केवल इसलिए गिरफ्तार किया गया क्योंकि उन्होंने सरकार की नीतियों की आलोचना की थी। पार्टी ने सिंह को तुरंत रिहा करने की मांग की।
आप-कांग्रेस के दो लोग हुए गिरफ्तार
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, आप और कांग्रेस से जुड़े दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अहमदाबाद साइबर क्राइम टीम ने यह कार्रवाई की है। इससे पहले सोमवार को असम पुलिस ने भी कहा था कि एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से एक लैपटॉप और दो मोबाइल फोन भी जब्त किए गए थे। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया था कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति का नाम रीतोम सिंह है।