
नई दिल्ली: कौन बनेगा करोड़पति 17 में हिस्सा लेने वाले गुजरात के 10 वर्षीय छात्र इशित भट्ट इन दिनों सोशल मीडिया पर तीव्र आलोचना का शिकार हो रहे हैं। शो के दौरान उनके आत्मविश्वासी व्यवहार और होस्ट अमिताभ बच्चन को बीच में टोकने को लेकर उन्हें ‘घमंडी’ और ‘सबसे नापसंद बच्चा’ तक कह दिया गया।
इशित शो में पहले चार सवालों के जवाब आसानी से देते दिखे, लेकिन 25,000 रुपये के प्रश्न पर, जो रामायण से संबंधित था, वे गलती कर बैठे और बिना कोई राशि जीते शो से बाहर हो गए।
अब इस वायरल एपिसोड के बाद इंटरनेट पर एक वर्ग उनके आत्मविश्वास को ‘अहंकार’ करार दे रहा है। कई यूज़र्स ने यह भी लिखा कि यह ‘अच्छा सबक’ है और उनके माता-पिता को इससे ‘सीख’ लेनी चाहिए। एक पोस्ट में लिखा गया, “बहुत संतोषजनक अंत। यह बच्चे के लिए नहीं, बल्कि माता-पिता के लिए है। अगर आप अपने बच्चों को विनम्रता, धैर्य और शिष्टाचार नहीं सिखा सकते, तो वे ऐसे ही बत्तमीज और घमंडी बनते हैं।”
एक अन्य यूजर ने लिखा, “अहंकार को सबक मिल गया। अब शायद माता-पिता समझें कि बिगड़ैल बच्चे पालना परवरिश नहीं, बल्कि सार्वजनिक परेशानी है।”
गायिका चिन्मयी श्रीपादा ने किया बचाव
इस ट्रोलिंग के बीच प्रसिद्ध गायिका चिन्मयी श्रीपादा इशित के समर्थन में सामने आई हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए ट्रोल करने वालों को “हॉरिबल बंच ऑफ बुलीज़” यानी “घटिया बदमाशों का झुंड” कहा।
चिन्मयी ने लिखा, “एक वयस्क ट्वीट करता है कि यह बच्चा सबसे नफरत किया जाने वाला है। ट्विटर पर मौजूद बड़े लोग सबसे बदतमीज़ और गाली-गलौज करने वाले हैं; लेकिन जब खांसी की दवाई से बच्चे मरे, तब किसी ने कुछ नहीं कहा। लेकिन हां, एक बच्चे को निशाना बनाना सबसे आसान है। इससे इस पूरे इकोसिस्टम की सोच झलकती है। एक ओवरएक्साइटेड बच्चे को निशाना बना रहे हैं क्या घटिया बुली बन गए हैं ये लोग।” उन्होंने अपने स्टैंड को सपोर्ट करने वाले अन्य पोस्ट भी रीशेयर किए और यह स्पष्ट किया कि एक बच्चे के साथ इस तरह का ऑनलाइन व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
शो में क्या हुआ था?
वायरल हुए एपिसोड में इशित ने अमिताभ बच्चन को बीच में रोकते हुए कहा, “मुझे रूल्स पता हैं, आप मत समझाइए।” इसके बाद उन्होंने ऑप्शंस सुने बिना ही जवाब देने की जल्दी भी दिखाई और कहा, “अरे, लॉक करिए जवाब।” उनका यह आत्मविश्वास, जिसे कई लोग ‘ओवरकॉन्फिडेंस’ मान रहे हैं, ज्यादा देर नहीं चला। पांचवां सवाल गलत होने पर उन्हें बिना कोई रकम जीते ही शो से जाना पड़ा।
समाज में सहानुभूति की कमी?
यह घटना सिर्फ एक टीवी शो का हिस्सा थी, लेकिन जिस तरह से एक 10 वर्षीय बच्चे को सोशल मीडिया पर निशाना बनाया गया, उसने ऑनलाइन दुर्व्यवहार और बच्चों की मानसिक सेहत को लेकर गहरी चिंता खड़ी कर दी है। चिन्मयी जैसे कुछ जाने-माने चेहरे भले ही इशित के समर्थन में सामने आए हों, लेकिन यह सवाल अब खुलकर पूछा जा रहा है क्या हम एक समाज के तौर पर बच्चों की गलतियों को समझने और उन्हें सुधारने का अवसर देने में असफल हो रहे हैं? बच्चों से परिपक्वता की उम्मीद और एक गलती पर सार्वजनिक फटकार शायद हमें खुद से पूछने की ज़रूरत है कि असली सबक किसे सीखने की ज़रूरत है।