नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में आज आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच जबरदस्त टकराव देखने को मिला। पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में विपक्ष की नेता अतिशी सहित 12 AAP विधायकों को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया। इस निलंबन की वजह आबकारी नीति घोटाले पर पेश की गई कैग (CAG) रिपोर्ट को लेकर हुआ विवाद बताया जा रहा है।
कैग रिपोर्ट पर बढ़ा विवाद
आज सुबह महालेखा परीक्षक (CAG) की रिपोर्ट विधानसभा में पेश की गई। यह रिपोर्ट उन कई घोटालों में से एक है, जिनमें AAP सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। इन्हीं आरोपों के कारण पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया को जेल जाना पड़ा था।
‘शीशमहल’ घोटाले पर भी उठे सवाल
कैग की रिपोर्ट में ‘शीशमहल’ घोटाले का भी जिक्र किया गया है, जिसमें आरोप है कि अरविंद केजरीवाल के मुख्यमंत्री आवास के नवीनीकरण में जनता के करोड़ों रुपये खर्च किए गए। इसमें लग्जरी सुविधाओं के लिए सरकारी फंड के दुरुपयोग का आरोप है।
बाबा साहेब अंबेडकर की तस्वीर हटाने का आरोप
विधानसभा की कार्यवाही में उस समय बड़ा हंगामा हुआ जब उपराज्यपाल वीके सक्सेना के संबोधन के दौरान AAP विधायकों ने BJP पर डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर हटाने का आरोप लगाया।
अतिशी ने इस मुद्दे पर आक्रोश जताते हुए कहा, “जब तक अंबेडकर जी की तस्वीर वापस नहीं लगाई जाती, हमारा विरोध जारी रहेगा।”
AAP विधायक संजीव झा ने कहा, “मुख्यमंत्री कार्यालय में बाबा साहेब की तस्वीर हटाकर प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर लगा दी गई। जब हमने विधानसभा अध्यक्ष से पूछा कि क्या पीएम मोदी, डॉ. अंबेडकर से बड़े हैं, तो हमें निलंबित कर दिया गया… BJP को अंबेडकर जी से नफरत है, लेकिन देश इसे स्वीकार नहीं करेगा।”
विधानसभा के बाहर AAP विधायकों का प्रदर्शन
निलंबित किए जाने के बाद, अतिशी के नेतृत्व में AAP विधायक विधानसभा के बाहर धरने पर बैठ गए। उन्होंने पोस्टर और तख्तियां लहराकर BJP सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
गोपाल राय भी हुए निलंबित
AAP के वरिष्ठ नेता और चुनाव में हार से बचने वाले कुछ बड़े नेताओं में शामिल गोपाल राय को भी विधानसभा से बाहर कर दिया गया।
BJP ने आरोपों को नकारा
BJP ने AAP के सभी आरोपों को खारिज किया और कहा कि अंबेडकर जी की तस्वीर हटाने का आरोप पूरी तरह से झूठा है। पार्टी ने इसे AAP की राजनीतिक नौटंकी करार दिया।
दिल्ली की राजनीति में बढ़ी सरगर्मी
BJP के सत्ता में आने के बाद से दिल्ली की राजनीति में तनाव बढ़ता जा रहा है। एक तरफ AAP खुद पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों से जूझ रही है, वहीं BJP इन आरोपों को आधार बनाकर उसे घेर रही है। आने वाले दिनों में यह टकराव और तेज होने की संभावना है।