नई दिल्ली:
पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न से सम्मानित अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर देशभर में उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है। राजनीति, काव्य और मानवीय मूल्यों के संगम अटल जी का जीवन प्रेरणादायक और अद्वितीय था। वे सिर्फ एक नेता ही नहीं, बल्कि एक सशक्त कवि, प्रखर वक्ता और एक संवेदनशील इंसान भी थे। उनका व्यक्तित्व ऐसा था, जो विरोधियों का भी सम्मान अर्जित करता था।
आज उनकी जयंती पर हम आपको अटल जी से जुड़ी 10 ऐसी कहानियां बताएंगे, जो शायद आपने पहले कभी नहीं सुनी होंगी:
1. पहली कविता और नेहरू की प्रशंसा
अटल जी ने अपनी पहली कविता 10वीं कक्षा में लिखी थी। उनकी कविताओं ने जवाहरलाल नेहरू तक को प्रभावित किया। नेहरू ने उनकी कविता सुनकर कहा था, “यह लड़का एक दिन बड़ा कवि बनेगा।”
2. संघ से जुड़ाव और सादगी भरा जीवन
अटल जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सक्रिय सदस्य थे। संघ के विचारों ने उनके जीवन को दिशा दी, लेकिन उन्होंने कभी कट्टरता को स्थान नहीं दिया।
3. पाकिस्तान दौरा और बस यात्रा
1999 में अटल जी ने लाहौर बस यात्रा की शुरुआत कर भारत-पाकिस्तान संबंधों में सुधार की पहल की। यह उनकी दूरदर्शिता और शांति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
4. अटल-आडवाणी की दोस्ती
अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी की दोस्ती भारतीय राजनीति में मिसाल रही है। दोनों ने साथ मिलकर भारतीय जनता पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर मजबूत किया।
5. संयुक्त राष्ट्र में हिंदी में भाषण
1977 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अटल जी ने हिंदी में भाषण देकर दुनिया को भारतीय संस्कृति और भाषा की शक्ति का एहसास कराया। यह भाषण आज भी याद किया जाता है।
6. संसद में विनम्रता और हास्य
संसद में बहस के दौरान अटल जी की विनम्रता और हास्य-विनोद के किस्से आज भी लोकप्रिय हैं। एक बार उन्होंने कहा, “मैं विपक्ष में बैठा हूं, लेकिन मेरा दिल सरकार के साथ है।”
7. परमाणु परीक्षण और साहसिक नेतृत्व
1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण कर अटल जी ने भारत को वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित किया। यह कदम उनके साहसिक नेतृत्व का प्रतीक है।
8. काव्य संग्रह और साहित्य प्रेम
अटल जी के कई काव्य संग्रह प्रकाशित हुए हैं, जिनमें “मेरी इक्यावन कविताएं” विशेष रूप से चर्चित है। उनकी कविताएं आज भी युवाओं को प्रेरणा देती हैं।
9. विपक्ष का सम्मान
अटल जी ने हमेशा अपने विरोधियों का सम्मान किया। एक बार उन्होंने कहा था, “हमारे मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मनभेद नहीं होने चाहिए।”
10. व्यक्तिगत जीवन में अनुशासन
अटल जी ने शादी नहीं की, लेकिन उनका जीवन अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा से भरा था। उन्होंने अपने परिवार की जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया और देश को अपना परिवार माना।
अटल बिहारी वाजपेयी का जीवन उन मूल्यों का प्रतीक है, जो राजनीति से परे मानवता को जोड़ते हैं। उनकी जयंती पर हम सबको उनके आदर्शों से प्रेरणा लेने का संकल्प लेना चाहिए।
*जय हिंद!