Bal Thackeray Death Row: रामदास कदम की CBI जांच की मांग, उद्धव ठाकरे ने कहा ‘गद्दार’ और ‘नमकहराम’

Bal Thackeray Death Row: रामदास कदम की CBI जांच की मांग, उद्धव ठाकरे ने कहा ‘गद्दार’ और ‘नमकहराम’
Bal Thackeray Death Row: रामदास कदम की CBI जांच की मांग, उद्धव ठाकरे ने कहा ‘गद्दार’ और ‘नमकहराम’

मुंबई: शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे की मौत को लेकर महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर बवाल मच गया है। शिवसेना नेता और एकनाथ शिंदे गुट के नेता रामदास कदम ने आरोप लगाया है कि बाला साहेब ठाकरे का पार्थिव शरीर दो दिन तक मातोश्री में रखा गया था, और इस मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से कराई जानी चाहिए।

रामदास कदम ने कहा कि वे नार्को टेस्ट के लिए भी तैयार हैं और इस संबंध में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखेंगे। कदम ने दावा किया कि उस वक्त मातोश्री में मौजूद डॉक्टरों ने उद्धव ठाकरे से कहा था कि ठाकरे की मौत की जानकारी सार्वजनिक की जाए, लेकिन उद्धव ने ऐसा करने से इनकार कर दिया।

उद्धव ठाकरे का पलटवार: ‘गद्दारों’ को जवाब नहीं दूंगा

रामदास कदम के इन आरोपों पर उद्धव ठाकरे ने कड़ा पलटवार किया है। उन्होंने कहा, “मैं गद्दारों और नमकहरामों को कोई जवाब नहीं देना चाहता।” उद्धव ठाकरे ने सीधे-सीधे रामदास कदम पर विश्वासघात का आरोप लगाया।

शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने भी कदम पर निशाना साधते हुए कहा कि यह बयान बाला साहेब ठाकरे के साथ विश्वासघात के समान है। वहीं पार्टी के वरिष्ठ नेता अनिल परब ने ऐलान किया कि वे रामदास कदम के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराएंगे।

अनिल परब ने कहा, “रामदास कदम के आरोपों का मकसद सिर्फ लोगों के मन में उद्धव ठाकरे के खिलाफ ज़हर भरना है। यह ध्यान भटकाने की कोशिश है।”

कदम को मंत्रियों का समर्थन

हालांकि उद्धव गुट द्वारा आरोपों को खारिज किए जाने के बावजूद, रामदास कदम को राज्य सरकार के दो मंत्रियों – सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट और बंदरगाह विकास मंत्री नितेश राणे – का समर्थन मिला है। दोनों मंत्रियों ने उद्धव ठाकरे से इस मुद्दे पर सफाई देने की मांग की है।

दशहरा रैली में दिया गया था बयान

रामदास कदम ने यह विवादास्पद बयान मुंबई में आयोजित एक दशहरा रैली के दौरान दिया था। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने मातोश्री में बाला साहेब ठाकरे की बीमारी के दौरान आठ दिन तक बेंच पर सो कर समय बिताया था। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने उद्धव से बाला साहेब के पैरों के निशान लेने को कहा था, लेकिन उद्धव ने जवाब दिया कि उन्होंने हथेलियों के निशान लिए हैं।

कदम ने सवाल किया, “इन हथेलियों के निशानों का क्या किया गया?” उन्होंने आगे कहा कि वे और उद्धव ठाकरे – दोनों का नार्को टेस्ट कराया जाना चाहिए, ताकि सच्चाई सामने आ सके।

CBI जांच की मांग पर अड़े कदम

शिवसेना (UBT) की तरफ से कानूनी कार्रवाई की धमकी के बावजूद रामदास कदम अपने दावे पर अडिग हैं। उन्होंने दोहराया कि बाला साहेब ठाकरे के निधन के मामले में CBI जांच होनी चाहिए।

इस मुद्दे ने महाराष्ट्र की सियासत को एक बार फिर गर्मा दिया है और आने वाले दिनों में यह मामला और भी राजनीतिक रंग ले सकता है।

Pushpesh Rai
एक विचारशील लेखक, जो समाज की नब्ज को समझता है और उसी के आधार पर शब्दों को पंख देता है। लिखता है वो, केवल किताबों तक ही नहीं, बल्कि इंसानों की कहानियों, उनकी संघर्षों और उनकी उम्मीदों को भी। पढ़ना उसका जुनून है, क्योंकि उसे सिर्फ शब्दों का संसार ही नहीं, बल्कि लोगों की ज़िंदगियों का हर पहलू भी समझने की इच्छा है।