
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) में सीट बंटवारे को लेकर गहरी खींचतान सामने आई है। जनता दल (यूनाइटेड) यानी जेडीयू ने अपने कई मजबूत गढ़ मानी जाने वाली सीटों को सहयोगी दलों को देने पर गहरी नाराजगी जाहिर की है। सबसे बड़ा विवाद सहरसा जिले की सोनवर्षा सीट को लेकर सामने आया है, जहां से वर्तमान विधायक और मंत्री रत्नेश सदा को जेडीयू पहले ही मैदान में उतार चुका है। लेकिन अब खबर है कि यह सीट चिराग पासवान के नेतृत्व वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को दे दी गई है। इसी तरह राजगीर सीट को लेकर भी विवाद गहराया हुआ है। यह सीट भी जेडीयू के पास थी, लेकिन एलजेपी (रामविलास) ने इस पर दावा ठोक दिया है। फिलहाल यह मुद्दा सुलझा नहीं है, जिससे एनडीए के अंदर असंतोष और बढ़ गया है।
सम्राट चौधरी के लिए तारापुर सीट पर भी नाराज़गी
तारापुर सीट को भाजपा के खाते में दिया गया है और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी यहां से चुनाव लड़ने वाले हैं। यह फैसला भी जेडीयू नेताओं को रास नहीं आया है। इस अंदरूनी असंतोष का सबसे स्पष्ट संकेत जेडीयू विधायक गोपाल मंडल के विरोध से मिला, जिन्होंने पटना में मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरना दिया। गोपाल मंडल ने कहा, “मैं मुख्यमंत्री से मिलने आया हूं और जब तक उनसे नहीं मिलूंगा और टिकट की गारंटी नहीं मिलेगी, तब तक यहीं बैठा रहूंगा। मुझे भरोसा है कि मेरा टिकट नहीं कटेगा।”
महागठबंधन में भी सीट बंटवारे पर सस्पेंस
एनडीए की तरह महागठबंधन में भी सीट साझा करने को लेकर अब तक कोई स्पष्टता नहीं है, लेकिन आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने पुराने सहयोगियों और समर्थकों को टिकट (पार्टी का चुनाव चिह्न) देना शुरू कर दिया है। सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और टिकट चाहने वाले नेता जुटे, जब लालू यादव दिल्ली से कोर्ट में पेशी के बाद लौटे। जिन नेताओं को पार्टी हाईकमान से फोन आया, वे चुनाव चिह्न लेने पहुंचे। हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि इन सभी को आधिकारिक रूप से टिकट मिला है या नहीं।
बिहार में दो चरणों में होंगे चुनाव
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होंगे। मतगणना 14 नवंबर को होगी। एनडीए और महागठबंधन, दोनों ही प्रमुख गठबंधनों में सीट बंटवारे को लेकर असहमति और असंतोष की स्थिति साफ दिख रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इन राजनीतिक दरारों का चुनाव परिणामों पर क्या असर पड़ता है।