अहमदाबाद: गुजरात में हुए नगर निकाय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए एकतरफा जीत दर्ज की। भाजपा ने जूनागढ़ नगर निगम (JMC), 60 में से 68 नगरपालिकाओं और सभी तीन तालुका पंचायतों में जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस को बड़ा झटका लगा और उसने 15 नगरपालिकाओं में अपनी पकड़ खो दी।
BJP का दमदार प्रदर्शन, कांग्रेस की करारी हार
गुजरात में यह पहला स्थानीय चुनाव था जो राज्य सरकार द्वारा 2023 में नगर पालिकाओं, पंचायतों और नगर निगमों में अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए 27% आरक्षण लागू करने के बाद हुआ।
जूनागढ़ नगर निगम (JMC) की 15 वार्डों की 60 सीटों में से भाजपा ने 48 सीटें जीतीं, कांग्रेस को 11 सीटें मिलीं, और एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गई।
नगरपालिकाओं में भी कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा। कांग्रेस केवल सलाया नगर पालिका (देवभूमि द्वारका जिला) में जीत दर्ज कर सकी, जहां उसने 28 में से 15 सीटों पर कब्जा जमाया। इस मुस्लिम बहुल क्षेत्र में आम आदमी पार्टी (AAP) ने 13 सीटें जीतकर दूसरा स्थान हासिल किया।
वहीं, समाजवादी पार्टी (SP) ने कांग्रेस से बेहतर प्रदर्शन किया और दो नगरपालिकाओं – कुटियाना और रणावाव में जीत हासिल की। कुटियाना में SP विधायक कंधाल जडेजा के नेतृत्व में भाजपा को करारी शिकस्त मिली।
5 नगरपालिकाओं में त्रिशंकु जनादेश
चुनावों में मंगरोल, डाकोर, अंकलाव, छोटाउदेपुर और वावला में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला।
- मंगरोल (जूनागढ़) में भाजपा और कांग्रेस दोनों ने 15-15 सीटें जीतीं।
- डाकोर (खेड़ा) में निर्दलीयों और भाजपा को 14-14 सीटें मिलीं।
भाजपा ने एकतरफा जीत
इस चुनाव में भाजपा ने कई सीटों पर बगैर किसी मुकाबले के ही जीत दर्ज कर ली। विपक्षी दलों के उम्मीदवारों ने 213 सीटों पर नाम वापस ले लिया, जिससे भाजपा को वॉकओवर मिल गया। भचाऊ, जाफराबाद, बांटवा और हलोल की चार नगरपालिकाओं में तो भाजपा ने पहले ही पूर्ण बहुमत हासिल कर लिया था।
पीएम मोदी ने जताया आभार
गुजरात में भाजपा की इस प्रचंड जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के मतदाताओं का धन्यवाद किया। उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
“गुजरात का भाजपा के साथ संबंध अटूट है और दिन-ब-दिन मजबूत होता जा रहा है! राज्य के स्थानीय निकाय चुनावों में भाजपा को दिए गए समर्थन के लिए मैं गुजरात के लोगों का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। यह विकास की राजनीति की जीत है। गुजरात की जनता बार-बार हम पर विश्वास जता रही है, जो हमें और अधिक ऊर्जा के साथ उनकी सेवा करने के लिए प्रेरित करता है।”
मोदी ने इस शानदार जीत का श्रेय भाजपा कार्यकर्ताओं को भी दिया और कहा कि उनकी मेहनत से पार्टी को इतना बेहतरीन नतीजा मिला है।
कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी!
2018 के निकाय चुनावों में कांग्रेस ने 14 नगरपालिकाओं में जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार उसका पूरी तरह सफाया हो गया। भाजपा ने राधनपुर, महुधा, मनावदार, राजुला और धोराजी सहित 15 नगरपालिकाओं में कांग्रेस को हरा दिया।
क्या यह 2027 के विधानसभा चुनावों का संकेत है?
गुजरात के नगर निकाय चुनावों में भाजपा की यह शानदार जीत और कांग्रेस की करारी हार यह इशारा कर सकती है कि 2027 के विधानसभा चुनावों में भी भाजपा का दबदबा बरकरार रहेगा। अब देखना यह होगा कि कांग्रेस इस हार से क्या सबक लेती है और आगामी चुनावों के लिए अपनी रणनीति कैसे बदलती है।