नई दिल्ली: भारत के युवा शतरंज ग्रैंडमास्टर और मौजूदा विश्व चैंपियन डी गुकेश ने रविवार को नॉर्वे चेस टूर्नामेंट 2025 के छठे राउंड में पांच बार के विश्व चैंपियन मैग्नस कार्लसन को क्लासिकल मुकाबले में चौंकाते हुए ऐतिहासिक जीत दर्ज की। यह गुकेश की कार्लसन पर क्लासिकल फॉर्मेट में पहली जीत है और वह भी तब जब वह अधिकांश खेल के दौरान हार के कगार पर थे।
62 चालों तक चला यह रोमांचक मुकाबला चार घंटे से अधिक समय तक चला। अंतिम समय में समय की कमी और दबाव में कार्लसन से हुई एक दुर्लभ चूक ने गुकेश को जीत का मौका दिया, जिसे उन्होंने पूरी सूझबूझ से भुनाया।
तीसरे स्थान पर पहुंचे गुकेश
इस जीत के बाद गुकेश के 8.5 अंक हो गए हैं और वह टूर्नामेंट में तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। वह अब केवल एक अंक पीछे हैं विश्व नंबर 1 मैग्नस कार्लसन और अमेरिकी ग्रैंडमास्टर फैबियानो कारुआना से।
यह जीत गुकेश के लिए खास मायने रखती है क्योंकि टूर्नामेंट के प्रारंभिक राउंड में उन्हें कार्लसन के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
कार्लसन ने गुस्से में पटकी टेबल
हार के बाद मैग्नस कार्लसन का गुस्सा भी सामने आया। कैमरे में उन्हें टेबल पर हाथ मारते हुए देखा गया और वह मीडिया से बिना बातचीत किए सीधे स्थल छोड़कर चले गए। दूसरी ओर, गुकेश ने बेहद संयमित रवैया अपनाया और मीडिया से बातचीत करने से इनकार कर दिया।
कोच गजेवस्की का आया बड़ा बयान
गुकेश के कोच ग्रेगॉर्ज गजेवस्की ने इस जीत को “आत्मविश्वास का बड़ा इंजेक्शन” बताया। उन्होंने कहा, “एक बार जब आप किसी को हरा देते हैं, तो आपको विश्वास हो जाता है कि आप दोबारा भी कर सकते हैं। यही अब हमारी योजना है।”
उन्होंने यह भी कहा कि यह जीत न केवल गुकेश बल्कि अन्य भारतीय खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगी। “यह जीत न केवल टूर्नामेंट में उन्हें मजबूती देगी बल्कि भविष्य में भी ऐसे मुकाबलों में आत्मविश्वास से भर देगी,” उन्होंने कहा। नॉर्वे चेस टूर्नामेंट अब अपने अंतिम दौरों की ओर बढ़ रहा है और गुकेश की इस शानदार जीत से शीर्ष स्थान के लिए प्रतिस्पर्धा और भी रोमांचक हो गई है।
डी गुकेश की यह जीत न केवल भारतीय शतरंज के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि है, बल्कि यह दिखाती है कि भारत का युवा ग्रैंडमास्टर अब दुनिया के सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों को चुनौती देने और हराने में सक्षम है। अब सबकी निगाहें टूर्नामेंट के अगले राउंड पर होंगी, जहां गुकेश का आत्मविश्वास पहले से कहीं अधिक मजबूत नजर आएगा।