नई दिल्ली: उत्तर-पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद इलाके में शनिवार तड़के एक चार मंजिला इमारत ढहने से कम से कम चार लोगों की मौत हो गई, जबकि आठ से दस लोग अब भी मलबे में दबे हुए हैं। हादसे के बाद दिल्ली सरकार ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए हैं।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और कहा कि दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF), दिल्ली फायर सर्विस (DFS) और अन्य एजेंसियां मौके पर जुटी हुई हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “घायलों के इलाज के लिए सभी जरूरी इंतज़ाम किए गए हैं।” यह हादसा मुस्तफाबाद के शक्ति विहार इलाके में देर रात करीब 2:30 बजे हुआ, जब चार मंजिला इमारत अचानक गिर गई।
पुलिस के मुताबिक, हादसे के वक्त इमारत में करीब 22 लोग मौजूद थे। अब तक 14 लोगों को मलबे से निकाला गया है, जिन्हें जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से चार को मृत घोषित कर दिया गया। अधिकारियों का अनुमान है कि अभी भी 8 से 10 लोग मलबे में दबे हो सकते हैं। घटना के तुरंत बाद एनडीआरएफ और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत कार्य शुरू कर दिया। घटना के कुछ घंटे पहले ही दिल्ली में तेज आंधी और बारिश हुई थी। माना जा रहा है कि मौसम में अचानक आए बदलाव के कारण यह हादसा हुआ।
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा, “मुस्तफाबाद में इमारत गिरने की घटना बेहद दुखद है। दिवंगतों के परिजनों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। मैं अपने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील करता हूं कि राहत और बचाव कार्यों में प्रशासन का पूरा सहयोग करें।” इससे पहले भी बीते सप्ताह मधु विहार इलाके में निर्माणाधीन इमारत की दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और दो घायल हुए थे। दिल्ली में बार-बार हो रही ऐसी घटनाओं ने प्रशासन की सतर्कता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।