
नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी के बीच अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी (AAP) की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। चुनाव आयोग ने केजरीवाल से उस दावे के सबूत मांगे हैं, जिसमें उन्होंने कहा था कि हरियाणा सरकार यमुना नदी में जहर मिला रही है। आयोग ने बुधवार रात 8 बजे तक जवाब देने का निर्देश दिया है।
क्या है मामला?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री पद संभाल रहीं आप नेता आतिशी ने हरियाणा पर यमुना में जहरीला औद्योगिक कचरा छोड़ने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि हरियाणा सरकार दिल्ली की जल आपूर्ति बाधित करने के लिए यमुना में जहर मिला रही है।
चुनाव आयोग ने इस दावे पर सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि अगर यह आरोप झूठा पाया गया तो केजरीवाल को तीन साल तक की सजा हो सकती है। आयोग ने कहा कि इस तरह के बयान क्षेत्रीय समूहों के बीच दुश्मनी पैदा कर सकते हैं, जिससे कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा है।
इससे पहले चुनाव आयोग ने हरियाणा सरकार को 28 जनवरी तक रिपोर्ट सौंपने को कहा था, जिसमें दिल्ली को सप्लाई किए जा रहे पानी में अमोनिया बढ़ने के आरोपों की जांच की गई थी।
हरियाणा सरकार का जवाब: “माफी मांगे वरना करेंगे मानहानि का केस”
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इस आरोप को झूठा बताते हुए कहा कि उनकी सरकार केजरीवाल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करेगी।
“अरविंद केजरीवाल को हरियाणा और दिल्ली की जनता से माफी मांगनी चाहिए, वरना हम उन पर मानहानि का मुकदमा दर्ज करेंगे। हरियाणा के लोग यमुना को पवित्र मानते हैं और इसकी पूजा करते हैं। हम कभी इसमें जहर नहीं मिला सकते।”
सैनी ने केजरीवाल सरकार को ‘मुख्य सचिव आमना-सामना’ (Chief Secretary Face-Off) की चुनौती भी दी, जिसमें दोनों राज्यों के मुख्य सचिव मिलकर सोनीपत के पास पानी की गुणवत्ता की जांच करें।
केजरीवाल का पलटवार: “डराने की कोशिश मत करो, केस करना है तो कर दो”
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें मुकदमों से डराया नहीं जा सकता।
“वे हमें डराने की कोशिश कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि वे हमारे खिलाफ मुकदमा दर्ज करेंगे। कर दो! क्या बाकी कोई कसर छोड़ रखी है? हमें पहले ही जेल में डाल दिया, अब क्या फांसी भी लगा दोगे? तुम दिल्ली के लोगों को जहर पिलाओगे और जब मैं इसका विरोध करूंगा, तो मेरे खिलाफ केस करोगे? कर लो, लेकिन मैं दिल्ली के लोगों को मरने नहीं दूंगा।”
उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव आयोग ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को मंगलवार शाम 4 बजे बैठक के लिए बुलाया था।
दिल्ली जल बोर्ड और उपराज्यपाल ने किया केजरीवाल के दावे का खंडन
दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ ने मुख्य सचिव को पत्र लिखकर कहा कि केजरीवाल का बयान तथ्यों से परे है और दिल्ली की जनता में डर फैलाने का काम कर सकता है।
वहीं, दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आतिशी को पत्र लिखकर कहा,
“पीने के पानी जैसी संवेदनशील समस्या पर जहर और नरसंहार जैसे झूठे, भ्रामक और तथ्यहीन आरोप लगाना, न केवल राज्यों के बीच तनाव पैदा करता है, बल्कि राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए भी खतरा है।”
अमित शाह का बयान: “इससे गंदी राजनीति नहीं हो सकती”
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा,
“राजनीति इससे ज्यादा गंदी नहीं हो सकती। केजरीवाल अपने आरोपों का सबूत दें।”
आगे क्या?
अब सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि अरविंद केजरीवाल चुनाव आयोग को क्या जवाब देते हैं और क्या हरियाणा सरकार उन पर वाकई मानहानि का मुकदमा दायर करती है। दिल्ली में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और यह मुद्दा चुनावी माहौल को और गरमा सकता है।