
रोहतक: डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को एक बार फिर हरियाणा की सुनारिया जेल से 40 दिनों की पैरोल पर रिहा किया गया है। यह 14वीं बार है जब बलात्कार और हत्या जैसे गंभीर मामलों में दोषी करार दिए गए राम रहीम को जेल से अस्थायी रिहाई दी गई है।
मंगलवार सुबह भारी पुलिस सुरक्षा के बीच राम रहीम ने जेल परिसर छोड़ा और सीधे सिरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय के लिए रवाना हो गए। उनकी इस बार की रिहाई ने फिर से सरकार की नीतियों और जेल प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इससे पहले 9 अप्रैल 2025 को उन्हें 21 दिनों की फरलो (छुट्टी) दी गई थी। उससे पहले भी उन्हें कई बार पैरोल और फरलो मिल चुकी है। इन बार-बार की अस्थायी रिहाइयों पर विपक्ष और सामाजिक संगठनों ने सवाल उठाए हैं और इसे कानून के साथ दोहरा मापदंड बताया है।
गौरतलब है कि गुरमीत राम रहीम को दो साध्वियों के साथ बलात्कार और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामलों में दोषी करार दिया गया है। वह इन मामलों में लंबे समय से सजा काट रहे हैं, लेकिन बार-बार मिल रही राहत से सरकार की नीयत पर भी उंगलियां उठ रही हैं।
इन घटनाओं के मद्देनज़र आम जनता और कानून विशेषज्ञों ने यह मांग की है कि ऐसे गंभीर मामलों में दोषियों को दी जाने वाली छूट पर पुनर्विचार किया जाए और पारदर्शिता लाई जाए।