डोनाल्ड ट्रंप का फिर से दावा ‘टैरिफ़ से सुलझाया भारत-पाक विवाद, 24 घंटे में हुआ समाधान’

डोनाल्ड ट्रंप का फिर से दावा 'टैरिफ़ से सुलझाया भारत-पाक विवाद, 24 घंटे में हुआ समाधान'
डोनाल्ड ट्रंप का फिर से दावा 'टैरिफ़ से सुलझाया भारत-पाक विवाद, 24 घंटे में हुआ समाधान'

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर टैरिफ़ (आयात शुल्क) के ज़रिए अंतरराष्ट्रीय विवादों को सुलझाने का दावा किया है। ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को भारी टैरिफ़ की चेतावनी देकर सिर्फ 24 घंटे में खत्म कर दिया था।

ट्रंप ने एयर फ़ोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, “मैंने कुछ युद्ध सिर्फ टैरिफ़ के ज़रिए सुलझाए। जैसे भारत और पाकिस्तान के बीच, मैंने कहा कि अगर तुम दोनों युद्ध करना चाहते हो और तुम्हारे पास परमाणु हथियार हैं, तो मैं तुम दोनों पर 100, 150 या 200 प्रतिशत का टैरिफ़ लगा दूंगा।”

उन्होंने आगे कहा, “मैंने टैरिफ़ लगाने की बात की और 24 घंटे में सब सुलझ गया। अगर मेरे पास टैरिफ़ न होता, तो ये कभी नहीं सुलझता।”

मध्य पूर्व में शांति की कोशिश, ट्रंप का इज़राइल और मिस्र दौरा

गाजा शांति योजना और इज़राइल दौरे को लेकर ट्रंप ने कहा कि वे सभी पक्षों को खुश करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “हम सबको खुश करने जा रहे हैं… चाहे यहूदी हों, मुस्लिम हों या अरब देश। हम इज़राइल के बाद मिस्र जाएंगे और वहां शक्तिशाली और अमीर देशों के नेताओं से मिलेंगे।”

ट्रंप ने यह भी दावा किया कि इज़राइल और हमास के बीच युद्ध अब ‘समाप्त’ हो गया है और उन्हें विश्वास है कि संघर्षविराम समझौता कायम रहेगा। उन्होंने कहा, “युद्ध खत्म हो गया है…मुझे लगता है यह कायम रहेगा। लोग इससे थक चुके हैं, ये सदियों से चल रहा है।”

इज़राइली संसद को करेंगे संबोधित

यह ट्रंप की इज़राइल की पहली यात्रा है जब से उन्होंने अपनी 21-बिंदुओं वाली गाजा शांति योजना प्रस्तुत की थी। यात्रा के दौरान वे बंधकों के परिवारों से मिलेंगे और इज़राइली संसद (कनेस्सेट) को संबोधित करेंगे।

कनेस्सेट के अध्यक्ष आमिर ओहाना ने ट्रंप को “यहूदी लोगों का सबसे बड़ा मित्र और सहयोगी” बताते हुए उन्हें आमंत्रित किया था।

इज़राइल में अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के बाद ट्रंप मिस्र जाएंगे, जहां वे क्षेत्रीय नेताओं से मिलकर शांति वार्ताओं को आगे बढ़ाने पर चर्चा करेंगे। मिस्र ने हाल ही में हमास और इज़राइल के बीच समझौता कराने में अहम भूमिका निभाई थी।

Pushpesh Rai
एक विचारशील लेखक, जो समाज की नब्ज को समझता है और उसी के आधार पर शब्दों को पंख देता है। लिखता है वो, केवल किताबों तक ही नहीं, बल्कि इंसानों की कहानियों, उनकी संघर्षों और उनकी उम्मीदों को भी। पढ़ना उसका जुनून है, क्योंकि उसे सिर्फ शब्दों का संसार ही नहीं, बल्कि लोगों की ज़िंदगियों का हर पहलू भी समझने की इच्छा है।