Fake Wedding News: क्या होती है फेक वेडिंग? Gen Z को क्यों है इसका इतना क्रेज़?

Fake Wedding News: क्या होती है फेक वेडिंग? Gen Z को क्यों है इसका इतना क्रेज़?
Fake Wedding News: क्या होती है फेक वेडिंग? Gen Z को क्यों है इसका इतना क्रेज़?

नई दिल्ली: सोशल मीडिया की दुनिया में एक नया और अनोखा ट्रेंड तेजी से वायरल हो रहा है। फेक वेडिंग यानी नकली शादी। यह ट्रेंड खासकर जेनरेशन Z (Gen Z) के युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय हो रहा है। लेकिन सवाल उठता है कि आखिर यह फेक वेडिंग है क्या, और यह इतना पसंद क्यों किया जा रहा है?

क्या होती है फेक वेडिंग?

फेक वेडिंग बिल्कुल वैसी होती है जैसी असली शादी — हल्दी, मेहंदी, संगीत, बारात और फोटोशूट — लेकिन बिना किसी कानूनी शादी के। इसमें कोई असल दूल्हा-दुल्हन नहीं होते, न ही शादी की कोई वैध प्रक्रिया होती है। यह एक स्टेज़्ड पार्टी होती है जिसे दोस्त मिलकर एक असली शादी की तरह सेलिब्रेट करते हैं — बस शादी नहीं होती।

Gen Z को क्यों है इसका इतना क्रेज़?

नई पीढ़ी के लिए फेक वेडिंग एक यादगार, मज़ेदार और सोशल मीडिया-फ्रेंडली अनुभव बन गई है। इसके पीछे कई कारण हैं:

दबाव नहीं, सिर्फ मस्ती: असली शादियों में भावनात्मक और आर्थिक बोझ होता है, जबकि फेक वेडिंग में सिर्फ खुशी और फन होता है।
सोशल मीडिया कंटेंट: इंस्टाग्राम और स्नैपचैट जैसे प्लेटफॉर्म्स पर दिखाने के लिए परफेक्ट फोटोज़ और वीडियो मिलते हैं — डांस रील्स से लेकर शादी के आउटफिट्स तक।
ड्रेस अप का मौका: दुल्हन का लहंगा पहनने या शेरवानी में सजने का सपना बिना शादी किए ही पूरा किया जा सकता है।
दोस्तों की पार्टी: यह इवेंट अक्सर दोस्तों के लिए दोस्तों द्वारा आयोजित किया जाता है — बिना किसी पारिवारिक खींचतान के।

कैसे होती है फेक वेडिंग आयोजित?

फेक वेडिंग्स को दोस्तों के ग्रुप अपनी सुविधानुसार छोटा या बड़ा बना सकते हैं।
कभी ये एक बर्थडे पार्टी का सरप्राइज ट्विस्ट होती है,
तो कभी बाकायदा वेडिंग वेन्यू बुक करके, मेकअप आर्टिस्ट, फोटोग्राफर और डेकोरेशन के साथ पूरी शादी की नकल की जाती है।
एक “फेक कपल” को चुना जाता है, जो दूल्हा-दुल्हन बनते हैं — पर केवल फोटोज़ और मस्ती के लिए।

क्या यह सिर्फ एक ट्रेंड है?

फिलहाल फेक वेडिंग एक मस्तीभरा सोशल ट्रेंड है, न कि कोई पारंपरिक रस्म। लेकिन इस ट्रेंड से यह जरूर समझा जा सकता है कि आज की पीढ़ी अनुभवों को परंपराओं से ज़्यादा महत्व देती है। वे हर पल को अपनी तरह से जीना और यादगार बनाना चाहते हैं — चाहे वह नकली शादी ही क्यों न हो।

फेक वेडिंग्स का ट्रेंड दिखाता है कि नई पीढ़ी कितनी क्रिएटिव, फन-लविंग और सोशल मीडिया सावी है। शादी भले न हो, पर जश्न जरूर होना चाहिए — यही है Gen Z का अंदाज़!

Pushpesh Rai
एक विचारशील लेखक, जो समाज की नब्ज को समझता है और उसी के आधार पर शब्दों को पंख देता है। लिखता है वो, केवल किताबों तक ही नहीं, बल्कि इंसानों की कहानियों, उनकी संघर्षों और उनकी उम्मीदों को भी। पढ़ना उसका जुनून है, क्योंकि उसे सिर्फ शब्दों का संसार ही नहीं, बल्कि लोगों की ज़िंदगियों का हर पहलू भी समझने की इच्छा है।