
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) की वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी को दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नियुक्त किया गया है। वह इस पद पर काबिज होने वाली दिल्ली की पहली महिला बनी हैं। AAP विधायकों ने रविवार को हुई पार्टी की बैठक में सर्वसम्मति से उन्हें इस पद के लिए चुना।
यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब AAP को दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारी हार का सामना करना पड़ा। पार्टी 70 में से केवल 22 सीटों पर जीत दर्ज कर सकी, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने 48 सीटें जीतकर सत्ता पर कब्जा कर लिया और AAP के 10 साल के शासन का अंत कर दिया।
केजरीवाल ने दी बधाई, ‘संवेदनशील विपक्ष’ बनने का किया वादा
AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने इस बैठक में भाग लिया और आतिशी को उनकी नई जिम्मेदारी के लिए बधाई दी। उन्होंने ट्वीट किया,
“मैं आतिशी जी को दिल्ली विधानसभा में AAP की नेता चुने जाने पर बधाई देता हूं। आम आदमी पार्टी दिल्ली के लोगों के हित में एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएगी।”
आतिशी बनीं AAP पार्टी की आवाज
आतिशी को नेता प्रतिपक्ष बनाने का फैसला AAP के लिए नेतृत्व संकट के बीच लिया गया। पार्टी के प्रमुख चेहरे अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सौरभ भारद्वाज हाल ही में हुए चुनावों में अपनी सीटें हार गए, जिससे AAP को दिल्ली की नई BJP सरकार के खिलाफ मजबूती से खड़े होने के लिए एक दमदार नेता की जरूरत थी।
कालकाजी से दो बार विधायक चुनी गईं आतिशी ने हाल ही में BJP के दिग्गज नेता रमेश बिधूड़ी को हराकर अपनी सीट बरकरार रखी। दिल्ली की राजनीति में उनका कद तब और बढ़ा जब केजरीवाल शराब नीति मामले में पांच महीने जेल में थे। उस दौरान आतिशी ने पार्टी का नेतृत्व संभाला और BJP-कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा संभाले रखा।
महिला मुख्यमंत्री बनाम पहली महिला विपक्ष नेता
दिल्ली विधानसभा में अब दो महिला नेता एक-दूसरे के आमने-सामने होंगी—मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और विपक्ष की नेता आतिशी। आतिशी को BJP सरकार को विधानसभा में घेरने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
दिल्ली विधानसभा का पहला सत्र आज से शुरू होगा, जहां आतिशी विपक्ष की नेता के रूप में अपनी नई भूमिका निभाने के लिए तैयार होंगी।