वाराणसी/बेगूसराय: उत्तर प्रदेश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक वकील की पुलिस द्वारा पिटाई का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। यह घटना अब सिर्फ एक स्थानीय विवाद न रहकर राजनीतिक रंग लेने लगी है, क्योंकि घायल वकील की पहचान केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के दामाद शिव प्रताप सिंह के रूप में हुई है।
जानकारी के अनुसार, शिव प्रताप सिंह शुक्रवार की शाम अपनी पत्नी के साथ लक्ष्मी कुंड मंदिर में दर्शन के बाद बाइक से घर लौट रहे थे। इसी दौरान रथयात्रा चौराहे पर जाम की स्थिति बनी हुई थी, जहां यातायात को नियंत्रित कर रहे पुलिसकर्मी ने वकील को आगे न बढ़ने की हिदायत दी। लेकिन इसी दौरान वकील और ड्यूटी पर तैनात इंस्पेक्टर के बीच बहस हो गई, जो देखते ही देखते हाथापाई में बदल गई। आरोप है कि पुलिस ने वकील की बेहरमी से पिटाई की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
राजनीतिक सरगर्मी और सोशल मीडिया पर बहस
घटना के बाद से यह मामला सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, खासकर इसलिए क्योंकि पीड़ित वकील की शादी केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के भाई जयराज सिंह की बेटी शारदा सिंह से हुई है। यह विवाह वर्ष 2013 में उस समय हुआ था जब गिरिराज सिंह बिहार सरकार में मंत्री थे।
घटना के तूल पकड़ने के बाद बिहार के बेगूसराय, जो कि गिरिराज सिंह का संसदीय क्षेत्र है, में भी इस घटना को लेकर खासा आक्रोश है। स्थानीय लोग इसे “पुलिसिया मनमानी” का उदाहरण बता रहे हैं और सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। मीडिया द्वारा संपर्क किए जाने पर गिरिराज सिंह के करीबी लोगों ने इस पर सार्वजनिक टिप्पणी करने से परहेज़ किया, लेकिन विश्वस्त सूत्रों ने घटना की पुष्टि की है।
पानी जमा होने से रास्ता बदलने की अपील, पुलिस ने नहीं मानी बात
घायल वकील शिव प्रताप सिंह ने मीडिया को बताया कि चौराहे पर पानी जमा होने के कारण उन्होंने पुलिस से अनुरोध किया कि उन्हें नजदीकी रास्ते से जाने दिया जाए, क्योंकि उनका घर वहीं पास में है। लेकिन पुलिसकर्मी ने उनकी बात अनसुनी कर दी और कहासुनी के बाद उन्होंने मारपीट शुरू कर दी।
वकीलों में रोष, घटना की निष्पक्ष जांच की मांग
यह मामला तब और गंभीर हो गया जब पता चला कि पिछले 10 दिनों में बनारस में पुलिस और वकीलों के बीच कई बार झड़प हो चुकी है। अब वकील संघ इस घटना को लेकर लामबंद हो रहा है और घटना की निष्पक्ष जांच तथा दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहा है।
सरकार की कार्यशैली पर सवाल
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे हैं। कई लोग इसे प्रशासन की असंवेदनशीलता और सत्ता के दुरुपयोग से जोड़कर देख रहे हैं।
फिलहाल, प्रशासन की ओर से इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन वकीलों का आक्रोश और राजनीतिक दबाव को देखते हुए आने वाले दिनों में यह मामला और भी गरमाने की संभावना है।