
दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने सोमवार को घोषणा की कि आम आदमी पार्टी (AAP) 2027 के गोवा विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन की संभावना को खारिज कर चुकी है।
आतिशी का यह बयान दक्षिण गोवा के मडगांव में AAP के नए कार्यालय के उद्घाटन के दौरान आया। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनावों के अलावा, AAP आगामी जिला पंचायत और नगरपालिका चुनाव भी अकेले लड़ेगी।
“कांग्रेस पर भरोसा नहीं किया जा सकता” – आतिशी
पत्रकारों से बात करते हुए आतिशी ने कहा, “कोई गठबंधन नहीं होगा। AAP अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। हमने तीनों चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है।”
उन्होंने कांग्रेस से गठबंधन न करने की वजह बताते हुए कहा कि “कांग्रेस पर भरोसा नहीं किया जा सकता।” आतिशी ने कहा कि पिछले चुनाव में कांग्रेस के 11 विधायकों में से 8 भाजपा में शामिल हो गए और सिर्फ 3 ही बचे।
उन्होंने आगे कहा, “पिछली सरकार में भी ऐसा ही हुआ था। सिर्फ एक विधायक बचा था और बाकी सभी बीजेपी में चले गए थे। जब कांग्रेस के विधायक ही चुनाव जीतकर बीजेपी में चले जाते हैं, तो फिर उन पर या उनकी पार्टी पर कैसे भरोसा किया जा सकता है?”
गोवा आप प्रमुख ने दिया अलग बयान
दिल्ली विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद गोवा AAP प्रमुख अमित पालेकर ने कांग्रेस के साथ गठबंधन को “आगे बढ़ने का एकमात्र रास्ता” बताया। उनके बयान से पार्टी के अंदर मतभेद की झलक मिली।
गोवा में भ्रष्टाचार के आरोपों पर आतिशी का हमला
आतिशी ने गोवा में भ्रष्टाचार के आरोपों पर बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने भाजपा नेता और पूर्व मंत्री पांडुरंग मदकैकर के आरोपों का जिक्र करते हुए कहा, “अगर एक पूर्व मंत्री को काम कराने के लिए 15-20 लाख रुपये देने पड़ते हैं, तो आम आदमी का क्या होगा?”
उन्होंने कहा, “बीजेपी नेताओं की जेबें भरने में लगी है, इसलिए गोवा के लोगों को अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं।”
गोवा में AAP का अब तक का प्रदर्शन
AAP को 2017 के विधानसभा चुनावों में कोई सफलता नहीं मिली थी, लेकिन 2020 में बेनौलिम जिला पंचायत सीट जीतकर उसने पकड़ मजबूत की। 2022 के विधानसभा चुनावों में, AAP ने दक्षिण गोवा की वेलिम और बेनौलिम सीटों पर जीत हासिल की।
2024 के लोकसभा चुनाव में, AAP ने कांग्रेस के साथ INDIA गठबंधन के तहत नॉर्थ और साउथ गोवा सीटों पर कांग्रेस का समर्थन किया था। कांग्रेस ने साउथ गोवा सीट जीती, जबकि नॉर्थ गोवा बीजेपी के खाते में गई।
निष्कर्ष
AAP की इस घोषणा के साथ गोवा की राजनीति में नए समीकरण बनने के संकेत मिल रहे हैं। क्या AAP का अकेले लड़ने का फैसला उसे फायदा पहुंचाएगा या कांग्रेस से दूरी नुकसानदेह साबित होगी? 2027 के विधानसभा चुनावों में इसका जवाब मिलेगा।